सेवा सोसाइटी ने किया राष्ट्रीय अस्थि एवं जोड़ दिवस का आयोजन-
देहरादून। इंडियन ऑर्थोपीडिक एसोशियेसन के बोन एंव जोड़ दिवस के अवसर पर संजय ऑर्थोपीडिक स्पाइन एंव मैटरनिटी सेंटर देहारदून एंव सेवा संस्था एक सप्ताह का 1-7 अगस्त 2020 कार्यक्रम का आयोजन कर रहे है। जिसकी रुपरेखा इस तरह से है जिसमें 1 अगस्त को नि:शुल्क आर्थोपीडिक ऑपरेशन, 2 अगस्त को वेबीनार जन-जागरुकता व्याख्यान, 3 अगस्त को दूरदर्शन पर साक्षात्कार, 4 अगस्त को नि:शुल्क परामर्श शिविर, 5 अगस्त को नि:शुल्क पोलियो ऑपरेशन, 6 अगस्त को आकाशवाणी पर विशेषवार्ता तथा 7 अगस्त को समापन कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है जिसकी जानकारी उत्तराखण्ड एसोशियेसन के संस्थापक अध्यक्ष, गिनीज एंव लिम्का रिकार्ड होल्डर डॉ. बी. के. एस. संजय ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस साल की राष्ट्रीय हड्डी एवं जोड़ दिवस की थीम है कि हड्डियों एवं जोड़ों को टेढ़े होने से कैसे बचा सकते है? गिनीज एवं लिम्का बुक रिकार्ड होल्डर ऑर्थोपीडिक एवं स्पाइन सर्जन डॉ. बी. के. एस. संजय ने बताया कि पिछले 40 सालों में आर्थोपीडिक के मरीजों के ढंग एवं प्रकार बदल गया है।
पहले पोलियो, सी. पी., टी.बी. संक्रमण के मरीज अस्पतालों में आते थे, आज मांसपेशियों के तनाव, जोड़ों एवं कमर दर्द के मरीज ज्यादा आ रहे है। वैसे तो अपने शास्त्रों मे भी कहा गया है कि यदि किसी व्यक्ति का जन्म है तो उसमें विकास, बीमारी, बुढ़ापा एवं मृत्यु निश्चित ही है। इस तरह से जोड़ों का घिसना एवं उनका टेढ़ा होना स्वभाविक समस्या है लेकिन आजकल लोगों की जीवन शैली में जैसे कि मोटापा, डायबीटिज हायपरटेंशन, धूमपान एवं शराब के नशे के कारण ऑथराइटिस की समस्या पहले से ज्यादा आ रही हैइण्डिया बुक रिकार्ड होल्डर आर्थोपीडिक सर्जन डॉ. गौरव संजय ने बताया कि इस तरह की समस्याओं से बचने के लिए हमें संतुलित भोजन एवं ज्यादा से ज्यादा शारीरिक काम प्रतिदिन नियमित ढ़ग से करना चाहिएइसके अतिरिक्त लोगों को लगभग 8 घंटे नींद लेनी चाहिए। संजय ऑर्थोपीडिक स्पाइन एंव मैटरनिटी सेंटर देहारदून एंव सेवा संस्था एक सप्ताह का 1-7 अगस्त 2020 कार्यक्रम का आयोजन कर रहे है। जिसकी रुपरेखा इस तरह से है जिसमें 1 अगस्त को नि:शुल्क आर्थोपीडिक ऑपरेशन, 2 अगस्त को वेबीनार जन-जागरुकता व्याख्यान, 3 अगस्त को दूरदर्शन पर साक्षात्कार, 4 अगस्त को नि:शुल्क परामर्श शिविर, 5 अगस्त को नि:शुल्क पोलियो ऑपरेशन, 6 अगस्त को आकाशवाणी पर विशेषवार्ता तथा 7 अगस्त को समापन कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है जिसकी जानकारी उत्तराखण्ड एसोशियेसन के संस्थापक अध्यक्ष, गिनीज एंव लिम्का रिकार्ड होल्डर डॉ. बी. के. एस. संजय ने प्रेस विज्ञाप्ति के माध्यम से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस साल की राष्ट्रीय हड्डी एवं जोड़ दिवस की थीम है कि हड्डियों एवं जोड़ों को टेढ़े होने से कैसे बचा सकते है? गिनीज एवं लिम्का बुक रिकार्ड होल्डर ऑर्थोपीडिक एवं स्पाइन सर्जन डॉ. बी. के. एस. संजय ने बताया कि पिछले 40 सालों में आर्थोपीडिक के मरीजों के ढंग एवं प्रकार बदल गया है। इण्डिया बुक रिकार्ड होल्डर आर्थोपीडिक सर्जन डॉ. गौरव संजय ने बताया कि इस तरह की समस्याओं से बचने के लिए हमें संतुलित भोजन एवं ज्यादा से ज्यादा शारीरिक काम प्रतिदिन नियमित ढ़ग से करना चाहिएइसके अतिरिक्त लोगों को लगभग 8 घंटे नींद लेनी चाहिए। आज की दौड़ती भागती जीवनशैली, दैनिक दिनचर्या में खान-पान का अभाव न केवल हमें शारीरिक समस्या दे रही है। इसके लिए योगासन एवं प्राणायाम जैसी योग किया इन सब समस्याओं से बचने में बहुत मददगार साबित होगी। डॉ. गौरव संजय ने यह भी बताया कि जैसे की जोड़ों का टेढा होना एक स्वभाविक समस्या है जो कि लोगों में दर्द एवं सूजन पैदा करती है और जिसको ठीक करने के लिए दवाईयाँ, कसरत, सिकाई जैसी चीजें यदि काम नहीं करती तो ऐसे में ऑपरेशन कराने की आवश्यकता होत होती है। इनमें ऑपरेशन जैसे कि रिअलाइनमेंट तथा रिप्लेसमेंट बहुत कामयाब ऑपरेशन है। हम लोग आज अपने अनुभव से निचित तौर से कह सकते है कि ऑपरेशन के परिणाम बहुत संतोषजनक एवं उम्मीद के मुताबिक है।