सेक्स स्कैंडल:दून की कोर्ट ने कहा, विधायक महेश व पत्नी रीता पर मुकदमा दर्ज करे पुलिस

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देहरादून। शारीरिक शोषण के आरोप में घिरे भाजपा विधायक को 24 घण्टे के अंदर लगातार दो झटके लगे। शनिवार को देहरादून की पीड़िता के प्रार्थनापत्र पर सुनवाई करते हुए विधायक महेश नेगी व उसकी पत्नी पर मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं। कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है।शनिवार की सांय 4 बजे कोर्ट के आदेश की प्रति नेहरू कालोनी थाना के पैरोकार को भी रिसीव कर दी। अभी तक विधायक पर मुकदमा दर्ज करने में टालमटोल कर रही दून पुलिस को रविवार को गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करना पड़ेगा। इससे पूर्व शुक्रवार को हाईकोर्ट ने पीड़िता की गिरफ्तारी पर रोक लगाकर भाजपा विधायक महेश नेगी को तगड़ा झटका दिया था। इस बाबत जब पीड़िता ने नेहरू कालोनी में मुकदमा दर्ज करने के बाबत जानकारी मांगी तो उन्हें रविवार को मुकदमे की कॉपी लेने का आश्वासन दिया गया। पीड़िता के वकील एस पी सिंह ने बताया कि पीड़िता के प्रार्थना पत्र दिए जाने के बावजूद उनकी एफ आई आर पुलिस दर्ज नहीं कर रही थी जिस कारण पीड़िता ने अपने अधिवक्ता एसपी सिंह के जरिये धारा 156 (3 ) सीआरपीसी के अंतर्गत न्यायालय एसीजेएम 5३ देहरादून, में प्रार्थना पत्र प्रेषित किया था ।
इस प्रार्थना पत्र पर सुनवाई के बाद न्यायालय ने आदेश के लिए 5 सितंबर की तारीख तय की थी। आज 5 सितंबर को अदालत ने आदेश पारित किया कि पी़िडता का प्रार्थना पत्र धारा 156 (3) सीआरपीसी के अंतर्गत स्वीकार किया जाता है और थानाध्यक्ष नेहरू कॉलोनी को आदेशित किया जाता है कि प़्ि के प्रार्थना पत्र पर तुरंत विवेचना करें।पीड़िता के प्रार्थना पत्र में विधायक महेश नेगी और उनकी पत्नी रीता नेगी को भी अभियुक्त बनाया गया है । अधिवक्ता एसपी सिंह ने बताया कि न्यायालय के आदेश की एक प्रतिलिपि तुरंत कार्रवाई हेतु थाना नेहरू कॉलोनी के पैरोकार को रिसीव करा दी गई है ।

मुख्यमंत्री कह चुके हैं कि विधायक महेश नेगी डीएनए टेस्ट को तैयार
अब इस मामले में न्यायालय के आदेश के बाद भाजपा विधायक महेश नेगी और उनकी पत्नी रीता नेगी की मुश्किलें काफी बढ़ गई है। गौरतलब है कि पीड़िता ने लगभग 20 दिन पूर्व विधायक महेश नेगी व उनकी पत्नी पर आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करने की मांग की थी लेकिन पुलिस ने विधायक की पत्नी रीता नेगी की तहरीर पर पीड़िता पर ही रंगदारी वसूलने सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया था। पीड़ित को गिरफ्तारी से बचने के लिए हाईकोर्ट की शरण लेनी पड़ी थी। इस मामले को लेकर भाजपा को भी विपक्ष का हमले का सामना करना पड़ रहा है। पीड़िता का कहना है कि उसकी बेटी और महेश नेगी के डीएनए की जांच तुरंत कराई जाए इससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।

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