थान गांव में खुलेगा संस्कृत विद्यालय: शंकराचार्य
उत्तरकाशी। मां यमुना के शीतकालीन गद्दी स्थल खरसाली गांव में शीतकालीन यात्रा का शुभारंभ करने के बाद जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद मंगलवार को यमदग्नि ऋषि की तपस्थली थान गांव पहुंचे। जहां उन्होंने मुनि महाराज और कल्पवृक्ष के दर्शन किए और यमदग्नि ऋषि मंदिर मन्दिर के पास संस्कृत विद्यालय खोलने की बात कही। विगत सोमवार शाम को खरसाली गांव में मां यमुना के दर्शन करने के बाद जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद महाराज मंगलवार को थान गांव पहुंचे। जहां स्थानीय ग्रामीणों ने उनका भव्य स्वागत किया और उनको अपने बीच में पाकर गौरवान्वित महसूस किया। इस मौके पर जगदगुरु शंकराचार्य ने कहा कि चारधाम यात्रा में कई पौराणिक मन्दिर है, जिनके दर्शन तीर्थयात्रियों को करने चाहिए। उन्होंने मंदिर के पुजारियों को आश्वस्त किया कि थान गांव में जोशीमठ की तर्ज पर संस्कृत विद्यालय खोला जाएगा। इस मौके पर स्थानीय ग्रामीण पं.गणेश डिमरी ने बताया कि देवभूमि के कण-कण में ईश्वर है। इसके बाद स्वामी जगदगुरु शंकराचार्य थान गांव से उत्तरकाशी के लिए रवाना हुए। इस मौके पर गणेश डिमरी, गोविंद राम डिमरी, शांति प्रसाद डिमरी, आनुष्या प्रसाद डिमरी, विकाश डिमरी, आशीष डिमरी, मधुसूदन डिमरी, डॉ. बृजेश सती सहित दर्जनों लोग मौजूद थे।