नई दिल्ली। बांग्लादेशी प्रधानमंत्री शेख हसीना शनिवार दोपहर में नई दिल्ली पहुंची। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 9 जून को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगी। दिल्ली पहुंचने पर उनका भव्य स्वागत किया गया। शेख हसीना के अलावा सात अन्य देशों के बड़े नेता और हिंद महासागर क्षेत्र के नेता भी इस समारोह में सम्मिलित होंगे। श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे और मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जु, नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल भी इस समारोह में शामिल होने भारत पहुंचेंगे। विदेश मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी है।
भारत की नीति ‘पड़ोसी
पहले’ को प्राथमिकता
विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है कि ‘वैश्विक नेताओं का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होना दर्शाता है कि भारत ‘पड़ोसी पहले’ नीति और ‘सागर विजन’ को कितनी प्राथमिकता देता है।’ भारत हिंद महासागर क्षेत्र के देशों के साथ लगातार सहयोग कर रहा है। साल 2014 में जब नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी, उस वक्त सार्क देशों के नेता शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे। साल 2019 के चुनाव में जीत के बाद जब नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली, तब बिम्सटेक देशों के नेता शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए।
मॉरीशस के प्रधानमंत्री भी भारत आएंगे
मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जुगनाथ, भूटान के शेरिंग तोबगे भी नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने आएंगे। सेसेल्स के उप-राष्ट्रपति अहमद अफिफ भारत पहुंच चुके हैं। वहीं अन्य नेता रविवार को पहुंचेंगे। पीएम मोदी सभी नेताओं के साथ एक अलग बैठक भी कर सकते हैं। मालदीव के राष्ट्रपति को आमंत्रण भेजने से भारत और मालदीव के संबंधों में सुधार लाने में मदद मिलेगी। भारत और मालदीव के संबंध तब खराब हुए थे, जब पिछले साल नवंबर में चीन समर्थन वाले राष्ट्रपति मुइज्जु ने पदभार संभाला था।
पद की शपथ लेने के बाद उन्होंने भारतीय सेना को अपने देश से वापस भेजने की मांग की थी।