शिक्षा जगत में मील का पत्थर साबित होगी नई शिक्षा नीति नई शिक्षा नीति का अभाविप ने किया स्वागत
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इकाई कोटद्वार ने केन्द्र सरकार द्वारा लागू की गई नई शिक्षा नीति का स्वागत किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार किया। नई शिक्षा नीति को मंजूरी मिलने पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने खुशी व्यक्त किया। यह विद्यार्थी परिषद् के आंदोलन का ही परिणाम है। सरकार ने मुख्य शिक्षा में समानता एवं गुणवत्ता पर जोर दिया है। नितिन दिवाकर नगर सह मंत्री कोटद्वार ने बताया कि इस शिक्षा नीति का उद्देश्य राष्ट्रहित को ध्यान में रखते हुए शिक्षा में व्यापक सुधार करना है। नई शिक्षा नीति भारत की शिक्षा जगत में मील का पत्थर साबित होगी।
डॉ. पिताम्बर दत्त बड़थ्वाल हिमालयन राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोटद्वार में एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने मिष्ठान वितरित कर नई शिक्षा नीति का स्वागत किया। अभाविप के जिला संयोजक अजय ने कहा कि 26 नवंबर 2002 को एबीवीपी द्वारा तत्कालीन अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के खिलाफ आंदोलन किया था। अभाविप ने भारत केंद्रित शिक्षा नीति पर जोर देकर नई शिक्षा नीति लाने की मांग की थी। नितिन दिवाकर नगर सह मंत्री कोटद्वार ने बताया कि नई शिक्षा नीति लाकर सरकार ने अंग्रेजी मानसिकता को समाप्त किया है एवं नई शिक्षा नीति में मातृभाषा के साथ ही क्षेत्रीय भाषाओं को भी विशेष स्थान दिया है। साथ ही शिक्षा पर खर्च बढ़ाकर जीडीपी का 6 प्रतिशत कर देना बहुत बड़ा निर्णय हैं। विद्यालय शिक्षा में भी सेमेस्टर प्रणाली लागू होने और उच्च शिक्षा के स्वरूप में परिवर्तन लाने से शिक्षा व्यवस्था जरूरत के अनुसार बनाई जा रही है। वोकेशनल कोर्स शुरू होने से छात्र-छात्राओं में रचनात्मक विकास होगा। इस अवसर पर जिला संयोजक अजय, विभाग सह संयोजक शुभम रावत, नगर सह मंत्री नितिन दिवाकर, आकाश नेगी, किशन रावत, शुभम कंडवाल, लक्ष्य कुमार, आकाश कर्णवाल आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।