शिक्षा विभाग के कार्यालयों में काम ज्यादा, कार्मिक कम
हरिद्वार। उत्तराखंड एजुकेशनल मिनिस्ट्रियल ऑफिसर्स एसोसिएशन ने कार्मिकों की समस्या को लेकर संयुक्त निदेशक प्रारंभिक शिक्षा और हरिद्वार मुख्य शिक्षा अधिकारी डॉ आनंद भारद्वाज को ज्ञापन सौंपा है। मिनिस्ट्रियल संवर्ग का कहना है कि अनिवार्य स्थानांतरण अधिनियम के कारण हरिद्वार जनपद के समस्त जिला एवं ब्लाक मुख्यालय को सुगम श्रेणी घोषित किए जाने से रिक्त पदों को भरे जाने से कठिनाइयां उत्पन्न हो रही हैं। एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष विपिन कुमार सैनी ने कहा कि शिक्षा विभाग के इन कार्यालयों में कार्य का भार अधिक और कार्मिकों की संख्या कम है। ऐसी स्थिति में कार्मिकों की दुर्गम क्षेत्रों में 10 वर्ष की सेवा पूर्ण ने होने तक सुगम में स्थित जिला एवं ब्लाक मुख्यालयों में भविष्य में भी रिक्त पदों पर स्थानांतरण, पदोन्नति एवं नियुक्ति के द्वारा रिक्त पदों को भरा जाना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि मुख्य शिक्षा अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक शिक्षा एवं प्रारंभिक शिक्षा के कार्यालयों एवं ब्लॉक मुख्यालयों में कार्मिकों की कमी के कारण कार्यालयों में कार्यरत कार्मिकों को भारी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। उन्होंने मुख्य शिक्षा अधिकारी और संयुक्त निदेशक प्रारंभिक शिक्षा डॉ. आनंद भारद्वाज से कार्मिकों की समस्याओं का जल्द निस्तारण करने की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में विजेश्वर रतूड़ी, एसएस बागड़ी, अनिल जुयाल, आरपी जुयाल, अशोक कुमार, मनोज आर्य, मंजू सैनी, राखी आत्रे, बृजेश शर्मा, प्रशांत शर्मा, संदीप शर्मा, वरिष्ठ सहायक संदीप शर्मा, कुलदीप भारद्वाज, फलक नाज, मुकेश नौटियाल, सुमित सैनी, लोकेश शर्मा, अविज्ञ सैनी आदि कार्मिक शामिल रहे।
सीईओ को संयुक्त निदेशक का अतिरिक्त कार्यभार मिला: उत्तराखंड शासन माध्यमिक शिक्षा द्वारा हरिद्वार के मुख्य शिक्षाधिकारी और उत्तराखंड संस्कृत अकादमी सचिव का प्रभार रहते हुए डॉ. आनंद भारद्वाज को प्रारंभिक शिक्षा संयुक्त निदेशक की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी है। जबकि एनसीईआरटी की जिम्मेवारी से कार्यमुक्त किया गया है। गुरुवार को माध्यमिक शिक्षा सचिव आर.मीनाक्षी सुन्दरम ने आदेश जारी किए हैं।