शिक्षा विभाग में बिना पदोन्नति के सेवानिवृत्त हो रहे कार्मिक
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। एजुकेशनल मिनिस्ट्रीयल ऑफिसर्स एसोसिएशन उत्तराखण्ड शाख पौड़ी ने शिक्षा विभाग से मुख्य प्रशासनिक अधिकारी/वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी, प्रधान सहायकों की पदोन्नति सूचियां जारी करने की मांग की है। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि बिना पदोन्नति के ही कार्मिक सेवानिवृत्त हो रहे है।
सीताराम पोखरियाल मण्डलीय सचिव ने कहा कि लंबे समय से राज्य में विभिन्न विभागों में पदोन्नतियों पर रोक लगी थी। 18 मार्च 2020 को पदोन्नतियों पर लगी रोक को सरकार द्वारा हटाया जा चुका है। शिक्षा विभाग में मिनिस्ट्रीयल कार्मिक हर माह सेवानिवृत्ता हो रहे है, लेकिन निदेशालय द्वारा अभी तक किसी भी पद पर पदोन्नति नहीं की गई है। जिससे मिनिस्ट्रीयल कार्मिको में भारी रोष व्याप्त है। निदेशालय द्वारा हर वर्ष इसी प्रकार मिनिस्ट्रीयल कार्मिकों को अर्ह होने के बावजूद बिना पदोन्नति के सेवानिवृत्त एवं भर्ती वर्ष में पदोन्नति न मिलना बहुत ही चिन्ता का विषय है। वर्तमान में (कोविड-19) की वैश्विक महामारी के दृष्टिगत हमारा मिनिस्ट्रिीयल कार्मिक चाहे वो ब्लॉक स्तर में हो या जनपद स्तर या मण्डल स्तर अथवा राज्य स्तर पर हर जगह कोरोना योद्घाओं की तरह प्रत्येक कार्मिक अपने जीवन की परवाह किये बिना अपने कार्यो को पूर्ण निष्ठा एवं ईमानदारी से पूरी तत्परता से कार्यालय जाकर कर रहा है। इसके बावजूद भी विभाग द्वारा पदोन्नतियों की सूची समय न निर्गत न होना कहीं न कहीं इन योद्घाओं के प्रति अन्यायपूर्ण रवैया है, जो मण्डलीय कार्यकारिणी को किसी भी दशा में स्वीकार नही हैं। सीताराम पोखरियाल ने कहा कि यदि विभाग द्वारा लम्बित पदोन्नतियों को शीर्ष वरीयता देते हुए कार्मिकों की सेवानिवृत्ति एवं भर्ती वर्ष का ध्यान नहीं दिया जाता है और पदोन्नति सूची जून माह के प्रथम सप्ताह तक जारी नहीं होती है मण्ड़लीय कार्यकारिणी एवं गढवाल मण्डल के समस्त जनपदों के पदाधिकारी/सदस्य बिना किसी नोटिस 10 जून 2020 से चरबद्घ तरीके से आन्दोलन के लिए बाध्य होगें। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शिक्षा विभाग की होगी।