जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : गढ़वाल वन प्रभाग की नागदेव पौड़ी रेंज के डोभाल ढांडरी गांव में महिला पर हमला करने वाले गुलदार को आदमखोर घोषित कर अंतिम विकल्प के रूप में मारने का आदेश हो गया है। प्रमुख वन संरक्षक वन्यजीव व मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक ने यह आदेश जारी किया है।
बता दें कि गढ़वाल वन प्रभाग के पौड़ी नागदेव रेंज स्थित डोभाल ढांडरी गांव में बीते 21 नवंबर को बुजुर्ग भगवाना देवी पर घास काटते घात लगाए गुलदार ने हमला कर दिया था। अन्य ग्रामीणों शोर करने पर गुलदार भाग गया था। ग्रामीणों ने घायल महिला को जिला अस्पताल में उपचार के भर्ती कराया था। उपचार के बाद बीते 25 नवंबर को घायल महिला को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। डीएफओ गढ़वाल अभिमन्यु सिंह ने बताया कि डोभाल ढांडरी गांव में महिला को हमले में घायल करने वाले गुलदार को सबसे पहले पिंजरें में कैद किए जाने, उसमें सफलता नहीं मिलने पर ट्रैंकुलाइज किए जाने और अंतिम विकल्प के रुप में नष्ट किए जाने का आदेश हो गया है। विभाग क्षेत्र में जल्द ही मचान बनाने के साथ ही शूटर तैनात करेगा। अभी तक क्षेत्र में दो पिंजरें लगाए गए हैं। 10 सदस्यीय विभागीय टीम नियमित गश्त कर रही है। साथ ही ट्रैंकुलाइज टीम भी तैनात है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में स्कूल आने-जाने वाले बच्चों, गांव में खेती या जंगल में चारपत्ती लाने के लिए आने-जाने वाली महिलाओं को किसी तरह की परेशानी सामने आएगी, तो विभागीय टीम तत्परता के साथ मदद के लिए खड़ी रहेगी।
ग्रामीणों की एकजुटता व आंदोलन की जीत
डोभाल ढांढरी में गुलदार के हमले के बाद आक्रोशित ग्रामीण को मारने का आदेश दिए जाने और गुलदार को शेडयूल वन की श्रेणी से हटाने की मांग को लेकर ग्रामीण बिगत 22 नवंबर से पौड़ी-श्रीनगर हाईवे पर गडोली के समीप आंदोलन कर रहे थे। स्थानीय ग्रामीण भाष्कर बहुगुणा, विनोद दनोसी ने कहा कि ग्रामीणों के आंदोलन के बाद वन विभाग ने गुलदार को आदमखोर घोषित कर मारने का आदेश जारी कर दिया है। यह ग्रामीणों की एकजुटता व आंदोलन की जीत है। कहा कि ग्रामीणों ने सामूहिकता से आंदोलन को स्थगित किए जाने का निर्णय लिया है। कहा कि इस मामले में किसी भी तरह से लापरवाही होने पर फिर से आंदोलन किया जाएगा।