बिल्डिंग का नक्शा पास करने के दौरान अधिकारी भी नहीं देते ध्यान
पार्किंग व्यवस्था नहीं होने से बिगड़ रही शहर की व्यवस्थाएं
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : नियमानुसार, किसी भी शापिंग कांप्लेक्स, मॉल व बड़े रेस्टोरेंट में पार्किंग की व्यवस्था होनी आवश्यक है। लेकिन, कोटद्वार शहर में ऐसा कुछ भी नजर नहीं आ रहा। चौंकाने वाली बात तो यह है कि बिल्डिंग का नक्शा पास करने के दौरान अधिकारी भी इस ओर ध्यान नहीं देते। नतीजा, व्यवसायिक भवनों के बाहर सड़क पर खड़े वाहन यातायात व्यवस्था में बाधा बन रहे हैं। साथ ही इससे दुर्घटनाओं का खतरा भी बना हुआ है।
गढ़वाल के प्रवेश द्वार कोटद्वार में पिछले पांच वर्षों में शापिंग कांप्लेक्स, मॉल व बड़े रेस्टोरेंट की बाढ़ सी आ गई है। पहले ही अतिक्रमण की मार झेल रही सड़कों के किनारे खुले इन व्यवसायिक भवनों ने शहरवासियों की मुश्किलें बढ़ा दी है। पार्किंग स्थल नहीं होने के कारण अधिकांश ग्राहक सड़क पर ही अपने वाहन खड़ा कर देते हैं। सबसे बुरी स्थिति देवी रोड में बनी हुई है। मोटर नगर के समीप स्थित एक मॉल के बेसमेंट में पार्किंग है। लेकिन, उक्त पार्किंग के गेट पर अधिकांश ताला ही लटका रहता है। नतीजा, सड़क पर खड़े वाहनों के कारण लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। इसी से करीब पांच सौ मीटर आगे बने एक और मॉल में तो पार्किंग की कोई व्यवस्था ही नहीं है। जबकि, उक्त भवन में मॉल के साथ अन्य गतिविधियों का संचालन भी हो रहा है।
बेपटरी होती जा रही व्यवस्था
शहर में पार्किंग व्यवस्था नहीं होने के कारण स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। पार्किंग के अभाव में कई लोग अपने वाहनों को सड़क किनारे सफेद पट्टी के बाहर खड़ा कर देते हैं। जिससे सड़क पर पूरे दिन जाम की स्थिति बनी रहती है। शहरवासियों की लाख फरियाद के बाद भी नगर निगम व प्रशासन शहर में पार्किंग स्थल का चयन नहीं कर पाया है।