श्री गंगा सभा अध्यक्ष एवं महामंत्री ने किया कवि एवं गीतकार अरूण पाठक द्वारा रचित कांवड़ गीत एलबम का लोकार्पण
परम्पराओं, संस्ति व संस्कारों के प्रचार प्रसार में सहायक होते हैं गीत-तन्मय वशिष्ठ
हरिद्वार। नगर के कवि एवं गीतकार अरुण कुमार पाठक द्वारा रचित कांवड़ गीतों की अडियो एलबम ‘बनूँगा मैं तो काँवड़िया‘ का लोकार्पण गत दिवस हरकी पैड़ी स्थित गंगा कार्यालय में आयोजित देर रात्रि तक चले एक कार्यक्रम में श्रीगंगासभा के अध्यक्ष प्रदीप कुमार झा एवं महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने किया। लोकार्पण से पूर्व संगीत एलबम में शामिल सभी कलाकारों ने अपने परिजनों के साथ ब्रह्मकुंड पर गंगा पूजन एवं आरती कर मां गंगा का आशीर्वाद लिया। एलबम का लोकार्पण करते हुए गंगासभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने एलबम में शामिल गीतों की सफलता की कामना करते हुये कहा कि आज के समय में ज्यादातर भक्ति संगीत भी फिल्मी गीतों के शब्द बदल कर उन्हीं धुनों पर बना दिया जाता है। जिसके कारण वह लोगों के तन-मन पर उतना प्रभाव नहीं डालते और यदि इन गीतों को परम्परागत आधार पर तैयार किया जाये और उनमें लोक-संस्ति, लोकगीतों तथा स्थानीय महत्व के तथ्यों का समावेश हो, तो यह गीत हमारी परम्पराओं, संस्ति व संस्कारों की वृद्घि तथा प्रचार-प्रसार में सहायक होते हैं। साथ ही काँवड़ अथवा कुम्भ जैसे आयोजनों में शामिल होने वाले तीर्थयात्री भी सच्ची भक्ति-भावना से इन्हें अपनाते है। अध्यक्ष प्रदीप झा ने भक्ति गीतों की प्रशंसा करते हुए गीतों के प्रचार-प्रसार में पूर्ण सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम से पूर्व श्रीगंगासभा तथा हर की पैड़ी के संस्थापक महामना पडित मदनमोहन मालवीय के चित्र पर पुष्पांजली अर्पित की गयी। एलबम के निर्माता अरुण कुमार पाठक ने एलबम में शामिल सभी कलाकारों का परिचय कराते हुए बताया कि एलबम में पांच गीत हैं। इसमें उत्तराखण्ड तथा उत्तर प्रदेश के लोकगीतों की मिलीजुली झलक है तथा कुछ गीतों को दो कलाकारों द्वारा समवेत स्वरों में गाकर एक अभिनव प्रयोग किया गया है। उन्होंने आगे बताया कि एलबम में शामिल स्वयं उनके अलावा सभी गीतों के संगीत निर्देशक, सुगम संगीत व भजन गायक तथा डी़पी़एस़ रानीपुर के वरिष्ठतम संगीत अध्यापक हेमन्त पाठक हैं। अनन्या भटनागर तथा रागिनी गुप्ता ने गीतों को स्वर दिये हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में इन्हीं गीतों की एक वीडियो एलबम भी तैयार करने की योजना है।
उल्लेखनीय है कि विगत वर्ष हरिद्वार महाकुम्भ के अवसर पर भी गीतकार अरुण कुमार पाठक द्वारा रचित सात गीतों की एक वीडियो एलबम ओम नमामि गंगे बहुत लोकप्रिय हुई थी। कार्यक्रम के दौरान गंगासभा द्वारा सभी कलाकारों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम का संचालन कवि एवं भजनकार अभिनन्दन अभि रसमय ने किया। इस दौरान अमित शास्त्री, यतीन्द्र सिखौला, शैलेश गौतम, कवि एवं साहित्यकार डा़सुशील कुमार त्यागी ‘अमित‘, अनिल कुमार सिंह, राजेन्द्र गुप्ता, आलोक भूषण भटनागर, गोविन्द वलल्भ भट्ट विशेषरूप से उपस्थित रहे।