राजा जनक के द्वार पर बारात लेकर पहुंचे श्री राम
भाबर के दुर्गापुरी में आयोजित रामलीला का चौथा दिन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : भाबर क्षेत्र के दुर्गापुरी में आयोजित दोपहरी की रामलीला के चौथे दिन राम विवाह का मंचन किया गया। जैसे ही भगवान राम राजा जनक के द्वार पर बारात लेकर पहुंचे पूरा पंडाल जय श्री राम के जयकारों से गूंज उठा। इस दौरान क्षेत्र में राम बारात की झांकी भी निकाली गई।
चौथे दिन के रामलीला मंचन का शुभारंभ बाल भारती पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य गिरिराज सिंह रावत ने किया। मंचन के दौरान सीता स्वयंवर के बाद राजा जनक बारात लाने का आमंत्रण लेकर अपने दूत को अयोध्या भेजते हैं। दूत अयोध्या जाकर राजा दशरथ को सीता-राम के स्वयंवर का संदेश देते हैं। इस संदेश के बाद अयोध्या में खुशी की लहर छा जाती है। नृत्य, संगीत और आतिशबाजियों का दौर शुरू हो जाता है। लीला में आगे दिखाया गया कि राजा दशरथ ने सभी अयोध्यावासियों को राम की बारात में चलने को लेकर आमंत्रण दिया है। इसके बाद अयोध्या से भगवान राम की बारात हाथी घोड़े, ढोल ताशे और नगाड़ों के साथ धूमधाम से निकली। राजा दशरथ गुरु विश्वमित्र व अन्य सहयोगी के साथ बारात लेकर राजा जनक के दरवार में पहुंचते हैं। जहां राम व बारातियों का भव्य स्वागत किया जाता है। इस मौके पर मंच के अध्यक्ष भक्ति बड़थ्वाल, सचिव हर्षवर्धन बिंजोला आदि मौजूद रहे।