बेंगलुरु , केरल में एक भाजपा नेता द्वारा राहुल गांधी को कथित तौर पर जान से मारने की धमकी दिए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बुधवार को कहा कि लोकसभा में विपक्ष के नेता अब अकेले नहीं हैं, क्योंकि उनके साथ लाखों कार्यकर्ताओं का समर्थन है जो उनके पीछे मजबूती से खड़े हैं.
सोशल मीडिया पर एक्स पर सीएम सिद्धारमैया ने कहा, एक भाजपा प्रवक्ता ने खुलेआम जान से मारने की धमकी जारी की है, जिसमें कहा गया है कि हम राहुल गांधी की छाती में गोली मार देंगे, खबरदार..!! उन्होंने कहा कि लोकसभा में विपक्ष के नेता लगातार भाजपा और संघ परिवार के खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं.
इस तरह के बयान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की चुप्पी स्वाभाविक रूप से यह सवाल उठाती है कि क्या वे भी इससे सहमत हैं.
उन्होंने कहा, वैचारिक विरोधियों को चुप कराने के लिए धमकियां देना और जब वे विफल हो जाएं तो उन्हें पूरी तरह से खत्म कर देना भाजपा और संघ परिवार के लिए कोई नई बात नहीं है.
अतीत में वे पर्दे के पीछे रहकर अपने विरोधियों की हत्याओं में सहयोग करते थे, लेकिन अब वे सीधे अखाड़े में उतर आए हैं. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा, जो लोग संवाद और बहस के माध्यम से वैचारिक रूप से अपने विरोधियों का सामना नहीं कर सकते, उनका शारीरिक उन्मूलन करना उनके बौद्धिक दिवालियापन को ही उजागर करता है.
क्या संघ परिवार के गुंडों के शिकार सिर्फ एक या दो लोग हैं? महात्मा गांधी से शुरू हुई हत्याओं का यह सिलसिला गोविंद पानसरे, नरेंद्र दाभोलकर, एम.एम. कलबुर्गी और गौरी लंकेश तक जारी है – यह सूची लंबी है.
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा, भले ही संघ परिवार के नेता इन हत्यारों के साथ किसी भी तरह के संबंध से इनकार कर दें और अपना पल्ला झाड़ लें, लेकिन वे अपने हाथों पर लगे खून के धब्बे नहीं मिटा सकते.
उन्होंने आगे कहा, अतीत में न केवल मुझे बल्कि देश के कई लेखकों, विचारकों और कार्यकर्ताओं को पत्रों के माध्यम से जान से मारने की धमकियां मिली हैं. पुलिस इन मामलों की जांच कर रही है. लेकिन मैं ऐसी धमकियों के डर से अपनी विचारधारा को नहीं छोड़ दूंगा. मुझे विश्वास है कि एक न एक दिन इन दुष्टों को न्याय के सामने घुटने टेकने पड़ेंगे.
यह पहली बार नहीं है जब राहुल गांधी के परिवार को जान से मारने की धमकी मिली है. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा, ऐसे ही हत्यारों के हाथों राहुल ने अपनी दादी और पिता को खोया. भाजपा की हत्यारी मानसिकता को यह समझ लेना चाहिए कि राहुल गांधी अब अकेले नहीं हैं; उनके पीछे लाखों कार्यकर्ताओं का समर्थन है जो मजबूती से उनके पीछे खड़े हैं.
गौरतलब है कि पिंटू महादेव ने केरल पर एक टेलीविजन बहस के दौरान राहुल गांधी को कथित तौर पर जान से मारने की धमकी दी थी. महादेव ने खुलेआम घोषणा की कि राहुल गांधी को सीने में गोली मार दी जाएगी. कांग्रेस ने केंद्रीय गृह मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता अमित शाह को पार्टी के प्रवक्ताओं में से एक पिंटू महादेव द्वारा लाइव टेलीविजन पर राहुल गांधी को दी गई जान से मारने की धमकी पर पत्र लिखा है. पार्टी ने गृह मंत्री से भाजपा प्रवक्ता के खिलाफ तत्काल और सख्त कार्रवाई करने को कहा है.