बागेश्वर। कांडा मुख्यालय स्थित शक्तिपीठ मां महाकाली मंदिर में लगा साइनेज बोर्ड जीर्ण-शीर्ण हो गया है। इसमें मंदिर के महत्व के बारे में दर्शाया गया था। अब यहां आने वाले पर्यटकों को मंदिर के महत्व की जानकारी नहीं मिल पा रही है। इसके बदलने की मांग मुखर होने लगी है। मंदिर मानसखंड पर्वतमाला में चयनित होने के बाद भी उपेक्षा जारी है। मंदिर के प्रधान सेवा अर्जुन सिंह माजिला ने मंगलवार को जिलाधिाकरी आशीष भटगांई से मुलाकात की। उन्हें ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उनका कहना है कि मंदिर की स्थापना आदि गुरु शंकराचार्य महरोज ने 10वीं शताब्दी में की थी। वर्तमान में मंदिर मानसखंड पर्वतमाला में जुड़ गया है। मंदिर में जो साइनेज बोर्ड लगे थे वह बदहाल हो गए हैं। मंदिर में आने वाले पर्यटकों को अब बोर्ड से जानकारी नहीं मिल पा रही है। इस मंदिर में अमेरिका, इंग्लैंड, फ्रांस, इजरायल, स्पेन आदि देशों से पर्यटक आ चुके हैं। उन्होंने जिलाधिकारी को भी याद दिलाया कि वह भी 20 नवंबर को मंदिर का भ्रमण कर चुके हैं। पर्यटन की दृष्टि को ध्यान में रखते हुए मंदिर के बोर्ड को धर्मस्व, पुरातत्व एवं सांस्कृतिक विभाग से लगाने की मांग की है।