शिखर आश्रम का वार्षिकोत्सव, अध्यात्म का जाना महत्व
विहंगम योग संस्थान शून्य शिखर आश्रम में आयोजित किया गया कार्यक्रम
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: विहंगम योग संस्थान शून्य शिखर आश्रम का वार्षिकोत्सव धूमधाम के साथ मनाया गया। सदगुरु सदाफल देव महाराज की तपोस्थली में आयोजित कार्यक्रम में भक्तों को अध्यात्म के महत्व की जानकारी दी गई। इस दौरान विशाल सत्संग व योग विद्या शिविर का भी आयोजन किया गया।
ईडा मल्ला में शरद पूर्णिमा 8 और 9 अक्टूबर 2022 को विशाल सत्संग योग विद्या और विश्व कल्याण शिविर का आयोजन किया गया। आचार्य स्वतंत्रदेव महाराज व संत प्रवर विज्ञान देव महाराज के द्वारा अमृतवाणी और योग से रहे निरोग, स्वस्थ चित्त, मानव शांति के साथ देश की समृद्धि और विश्वकल्याण मानव उत्थान के लिए यह कार्यक्रम आयोति किया गया। वार्षिकोत्सव शून्य शिखर पर विशाल सत्संग के रूप में 9 अक्टूबर तक जारी रहेगा। विशाल सत्संग और योग शिविर सप्तम वार्षिक महोत्सव में दूर-दूर से लोग पहुंचे हुए थे। यह स्थान सदाफल देव महाराज की तपस्थली है, यहां पर वह गुफा भी है जहां पर सदाफल देव महाराज ने तपस्या की ,और ज्ञान प्राप्त कर कई ग्रंथों की रचना की। जिसमें स्वर्वेद ग्रंथ प्रमुख है,जो मानव जीवन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। विहंगम योग के प्रणेता सदाफल देव महाराज ने संपूर्ण विश्व के मानव मात्र के भौतिक एवं आध्यात्मिक कल्याण की ज्ञान धारा को प्रकाशित किया है। इस ज्ञान गंगा को वर्तमान आचार्य स्वतंत्र देव महाराज आगे बढ़ा रहे हैं और उन का 75 वां जन्मदिन आजादी के अमृत महोत्सव के साथ-साथ वर्तमान आचार्य का जन्म भी इस पवित्र स्थल शून्य शिखर आश्रम में मनाया जा रहा है। बताते चलें कि विहंगम योग के प्रणेता सदाफल देव महाराज का आजादी के आंदोलन में भी योगदान रहा है और उन्होंने दानापुर बिहार जेल में 2 साल की सश्रम कारावास आजादी के लिए जागृति जन जागरण के लिए सजा प्राप्त की।