फायरिंग केस: कातिलों की गिरफ्तारी न होने तक नहीं होगा गुरजीत की अस्थियों का विसर्जन, आंदोलन पर अड़े सिख
काशीपुर, एजेंसी। अल इंडिया सिख प्रतिनिधि बोर्ड के यूपी प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह फलोदिया ने जसपुर के ज्येष्ठ उप प्रमुख की पत्नी गुरजीत कौर की हत्या के आरोपी पुलिस कर्मियों की गिरफ्तारी की मांग की है। उन्होंने कहा कि आरोपियों की गिरफ्तारी होने तक मृतका की अस्थियां विसर्जित नहीं की जाएंगी। उन्होंने यूपी और उत्तराखंड पुलिस पर मिलीभगत का भी आरोप लगाया। साथ ही चेतावनी दी कि अगर भुल्लर को गिरफ्तार किया गया तो सिख संगत भी गिरफ्तारी देगी।
सिख प्रतिनिधि बोर्ड के प्रदेश अध्यक्ष फलोदिया अन्य सिख नेताओं के साथ शुक्रवार को भरतपुर स्थित भुल्लर फार्म पहुंचे। पत्रकारों से वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि एक ओर उत्तराखंड पुलिस गुरजीत कौर के हत्यारोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है, वहीं यूपी पुलिस घटनास्थल बदल कर भुल्लर परिवार के खिलाफ मुकदमे दर्ज कर रही है।
उन्होंने उत्तराखंड सरकार और पुलिस पर भेदभाव करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जिस तेजी से पुलिस ने अंकिता भंडारी हत्याकांड में कार्रवाई की वैसी तेजी गुरजीत कौर हत्याकांड में नजर नहीं आ रही है। उन्होंने कहा कि भुल्लर भाजपा से जुड़े हैं।
वहीं, पत्रकार वार्ता में आंसुओं से डबडबाई आंखों और भर्राए गले से जसपुर के ज्येष्ठ उप प्रमुख गुरताज सिंह भुल्लर ने कहा कि ‘यूपी पुलिस ने पांच माह और चार वर्ष के बच्चों से उनकी मां और मुझसे मेरी पत्नी छीन ली और मेरे ही खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करा दिया। मेरे जैसे भाजपा नेता के खिलाफ जब ऐसा हो रहा है तो आम जनता के साथ क्या करेगी यूपी पुलिस। भुल्लर ने सीबीआई जांच की मांग की है।
ज्येष्ठ उप प्रमुख गुरताज भुल्लर और उनके ससुर जितेंद्र सिंह ने गुरजीत कौर हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। पत्रकारों से बात करते हुए गुरताज ने कहा कि घटना वाले दिन ही वह दिल्ली से लौटे थे। थके होने के कारण वह पत्नी से मिले बगैर सोने चले गए। इसी दौरान सादी वर्दी में पहुंची यूपी पुलिस ने उनके घर में घुसकर उत्पात मचाया।