मौन पालकों ने सीखें ब्रांडिंग पैकेजिंग के गुर
जयन्त प्रतिनिधि।
थलीसैंण : राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय थलीसैंण में उत्तराखण्ड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केन्द्र (यूसर्क) एवं जन्तु विज्ञान विभाग के संयुक्त तत्वाधान में चल रहे छ: दिवसीय मौन पालन प्रशिक्षण के चतुर्थ दिवस में मौन पालकों को शहद उत्पादन के अलावा अन्य उत्पादों के बारे में जानकारी दी। साथ ही मौन पालकों को उत्पादों की ब्रांडिंग पैकेजिंग के बारे में बताया।
प्रशिक्षक नवदीप सिंह राणा शोधार्थी ग्रामीण प्रौद्योगिकी विभाग, हेमवती नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय, श्रीनगर गढ़वाल द्वारा प्रथम सत्र में मौन पालन में शहद के अलावा अन्य उत्पादों के विषय में बताया। कहा कि मधुमक्खी पालन से मधु के साथ-साथ मोम, पराग, प्रोपोलिस, रॉयल जेली, विष, रानी मधुमक्खियों एवं उनके लार्वा को भी बाजार में बेच कसते है। उन्होंने कहा कि मधुमक्खी पालन के साथ पुष्प उत्पादन भी किया जा सकता है। कार्यक्रम का संचालन जन्तु विज्ञान विभाग प्रभारी डॉ. दुदुन मेहता ने किया।