सिलिंगटक चाय बागान पर्यटन का केंद्र बनेगा
चम्पावत। चम्पावत का सिलिंगटक चाय बागान पर्यटन का केंद्र बनाया जाएगा। इसके विकास के लिए जिला प्रशासन ने मुख्यमंत्री के निर्देश पर कवायद शुरू की है। वर्तमान में कैफेटेरिया में रंग रोगन का कार्य यहां प्रगति पर है। डीएम नरेंद्र सिंह भंडारी ने बताया कि चम्पावत में पर्यटन गतिविधियों की अपार संभावनाएं हैं। उत्तराखण्ड चाय विकास बोर्ड ने 2004 में वन पंचायत की भूमि पर चाय बगान विकसित किया। जो वर्तमान में पूर्ण रूप से विकसित होकर पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केंद्र बन गया है। कार्यदाई संस्था ग्रामीण निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता केके जोशी ने बताया कि सीएम घोषणा के तहत सिलिंगटक चाय बगान के सुदृढीकरण एवं विभिन्न निर्माण कार्य के लिए 105़50 लाख धनराशि प्राप्त हुई। जिससे टूरिज्म हट की मरम्मत, दरवाजे एवं खिड़कियों को बदलना एवं रंग-रोगन, शौचालय का सुदृढीकरण, सेप्टिक टैंक एवं शोख पिट का निर्माण, पर्यटकों हेतु नये शौचालयों का निर्माण, व्यू प्वाइंट का कार्य, सैल्फी प्वाईट एवं टिकट काउंटर का कार्य, चाय बागान स्थित रोड के किनारे जानवरों के बचाव के लिए चौन लिंक फैन्सिंग का कार्य पूरा हो गया है। कहा कि अगले माह से इसे भी पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा।