नई दिल्ली। वर्ष 2021 की लंबित जनगणना शुरू करने के पहले सरकार के सामने जातीय जनगणना की गुत्थी सुलझाने की सबसे बड़ी चुनौती होगी। कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों के साथ-साथ जदयू जैसे अहम सहयोगी दल भी जातीय जनगणना की मांग कर रहे हैं।भाजपा ने बार-बार साफ किया है कि वह जातीय जनगणना के खिलाफ नहीं है। मगर सरकार के सामने सबसे बड़ा सवाल है कि जातीय जनगणना कैसे कराई जाए?
विपक्षी दलों से संपर्क कर सकती सरकार
2011 में संप्रग की मनमोहन सरकार द्वारा कराई गई जातीय जनगणना के अनुभव अच्छे नहीं है। ऐसे में रास्ता सुझाने के लिए सरकार इस मुद्दे पर विपक्ष समेत सभी दलों से संपर्क कर सकती है। इसमें एक सुझाव सर्वदलीय समिति गठित करने का भी आ रहा है। सरकार के लिए सबसे बड़ी समस्या यह है कि जातियों की गणना कैसे कराई जाए?खोजने में आ रही दिक्कत