रुद्रप्रयाग : आपदा प्रभावित बांगर क्षेत्र के लोगों को एक महीने बाद सड़क खुलने के रूप में बड़ी राहत मिली है। छेनागाड़ तक छोटे वाहनों की आवाजाही होने लगी है, जबकि उछोला और मथ्या गांव भी छोटे वाहन पहुंचने लगे हैं। हालांकि अभी सड़क को और बेहतर करने की जरूरत है। 28 अगस्त को जनपद के बसुकेदार क्षेत्र में आई आपदा से छेनागाड़ कस्बा पूरी तरह तबाह हो गया था। यहां सड़क भी वॉस आउट हो चुकी थी। वहीं उछोला, मथ्या गांव, घंघासू, बांगर, भैडारू, खोड़, बक्सीर, डांगी सहित कई गांवों के लोगों की सम्पर्क सड़कें ध्वस्त हो गई थी। ऐसे में लोगों के सामने एक ओर आपदा का संकट तो दूसरी ओर गांव पहुंच के सभी मार्ग बंद हो गए थे, जिससे वे बीहड़ जंगलों के रास्ते प्रमुख कस्बों तक पहुंच रहे थे। बीते दिन एक बारात भी जंगलों के रास्ते जाने को मजबूर हुई किंतु अब लोक निर्माण विभाग ने छेनागाड़ तक छोटे वाहनों की आवाजाही शुरू कर दी है। लोनिवि रुद्रप्रयाग के ईई इन्द्रजीत बोस ने बताया कि रुद्रप्रयाग और ऊखीमठ लोनिवि डिविजन द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में युद्धस्तर पर कार्य किया गया, जिससे छेनागाड़ तक छोटे वाहनों की आवाजाही होने लगी है। जबकि उछोला, मथ्या गांव और आसपास भी छोटे वाहन पहुंचने लगे हैं जिससे ग्रामीणों की मुश्किलें कम हो गई है। इधर, क्षेत्र पंचायत सदस्य नवीन सेमवाल ने बताया कि एक महीने बाद सड़क खुलने और छोटे वाहनों की आवाजाही होने से क्षेत्रीय लोगों को बड़ी राहत मिली है। इन दिनों शादी-विवाह के दिन है ऐसे में सड़क खुलने से क्षेत्र के लोगों को नया जीवन मिला है। हालांकि अभी सड़क को सुधारने की जरूरत है किंतु फिलहाल लोगों को गांव से प्रमुख स्थानों तक पहुंचने के लिए वाहन सुविधा मिल गई है। (एजेंसी)