स्मार्ट कार्ड बनाने की प्रक्रिया में जुटा है जिला खाद्य एवं पूर्ति विभाग
-पंजीकृत कुल 61 कार्डधारकों में से 8 हजार परिवारों के स्मार्ट राशन कार्ड बने
रुद्रप्रयाग। वन नेशन वन कार्ड योजना के तहत अब जिले में राशन कार्डधारक किसी भी सस्ते गल्ले की दुकान से राशन ले सकेगा। इन दिनों जिला खाद्य एवं पूर्ति विभाग स्मार्ट कार्ड बनाने की प्रक्रिया में जुटा है। विभाग में पंजीकृत कुल 61 कार्डधारकों में से 8 हजार परिवारों के स्मार्ट राशन कार्ड बन चुके हैं। स्मार्ट कार्ड के लिए कार्डधारकों को आय प्रमाण पत्र जमा कराना अनिवार्य होगा। इससे जहां राशन में पारदर्शिता के साथ ही फर्जीवाडे़ पर भी रोक लगेगी, वहीं कार्डधारक राशन का डाटा ऑनलाइन दिखेगा। जिला खाद्य व पूर्ति विभाग के 9 गोदामों के तहत कुल 362 सस्ते गल्ले की दुकानों का संचालन हो रहा है, जिसमें राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के 31 हजार, राज्य खाद्य सुरक्षा के 26 हजार एवं अंत्योदय के 4 हजार समेत कुल 61 हजार राशन कार्डधारक पंजीकृत हैं। विभाग ने पिछले वर्ष से राशन कार्ड धारकों के डाटा सत्यापन के साथ ऑनलाइन करने की कार्यवाही शुरू की थी। जिसमें राशन कार्ड के सभी सदस्यों के आधार के साथ ही बैंक खाता व मोबाइल नंबर भी लिक किया जा रहा था। केंद्र सरकार की वन नेशन वन कार्ड योजना को प्रदेश में शुरू करने का निर्णय राज्य सरकार ने भी लिया था। जिसके बाद प्रदेश के सभी राशनकार्ड को स्मार्ट कार्ड में बदलने की योजना बनाई। जिसमें क्यूआर कोड के माध्यम से कार्डधारक का पूरा डाटा सामने नजर आएगा। इसी कड़ी में अब जिला पूर्ति विभाग ने भी जिले के सभी राशनकार्ड धारकों के स्मार्ट कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अब तक विभाग की ओर से आठ हजार परिवारों के स्मार्ट कार्ड बनाए जा चुके हैं। स्मार्ट कार्ड बनाने के लिए शासन के निर्देशों के बाद कार्डधारक को आय प्रमाण अनिवार्य रूप से देना होगा। हालांकि अभी लगभग दो हजार सदस्यों के आधार लिक नहीं हो सके है। इसके अलावा शेष 53 हजार कार्डधारकों के स्मार्ट कार्ड बनाने की प्रक्रिया भी गतिमान है। इस योजना को परवान चढ़ाने के लिए विभाग की ओर से सस्ते गल्ले के दुकानदारों को बायोमैट्रिक सिस्टम से राशन वितरण करने के लिए पूर्व में लेपटॉप, प्रिटर व फिगर प्रिट मशीन वितरित की जा चुकी है। इसी स्मार्ट कार्ड के माध्यम से राशन कार्ड का कोई भी सदस्य किसी भी सस्ते गल्ले की दुकान से बायोमैट्रिक में अंगूठा लगाकर राशन ले सकेगा। जिसका पूरा डाटा ऑनलाइन होने से उस माह का कोटा स्वतº घट जाएगा। राशन वितरण योजना से कार्य शुरू करने से राशन वितरण में पादर्शिता आने के साथ ही फर्जीवाड़े पर भी रोक लग सकेगी।
जिले में राशन वितरण की स्थिति-
जिले में खाद्य गोदामों की संख्या- 09
जिले में सरकारी गल्ले की कुल दुकानें- 362
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना कार्डधारक- 35 हजार
राज्य खाद्य सुरक्षा योजना कार्डधारक- 26 हजार
अंत्योदय योजना के कार्डधारक- 04 हजार
जिले में अब तक बने कुल स्मार्ट कार्ड- 08 हजार
वन नेशन, वन कार्ड योजना के तहत अब तक जिले में कुल कार्डधारकों के सापेक्ष आठ हजार स्मार्ट कार्ड बन चुके हैं। शेष राशनकाडरें को बनाने का कार्य भी गतिमान है। सभी कार्ड बनने के बाद उपभोक्ताओं को बायोमैट्रिक प्रक्रिया से राशन का वितरण किया जाएगा। इससे राशन वितरण में पादर्शिता के साथ ही कार्डधारकों का डाटा ऑनलाइन दिखेगा। -बीएस रावत, जिला खाद्य व पूर्ति अधिकारी, रुद्रप्रयाग