उमर अब्दुल्ला को जम्मू-कश्मीर में हार का आभास, सरकार बनाने का रुख बदला : स्मृति ईरानी
जम्मू ,भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने जम्मू में मीडिया को संबोधित किया। इस दौरान ईरानी ने उमर अब्दुल्ला के सरकार बनाने के बदलते रुख पर प्रतिक्रिया दी। स्मृति ईरानी ने कहा कि उमर अब्दुल्ला लोगों का मूड भांपने के बाद अब कह रहे हैं कि उनकी पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) कांग्रेस के साथ गठबंधन करके सरकार बना सकती है। इससे पहले अब्दुल्ला ने दावा किया था कि नेशनल कॉन्फ्रेंस को बहुमत मिलेगा और वह जम्मू-कश्मीर में अपने दम पर सरकार बनाएंगे। उन्होंने कहा, भाजपा ने पहले दिन से ही कहा है कि हम जम्मू-कश्मीर में अपने दम पर सरकार बनाएंगे। जबकि उमर अब्दुल्ला ने अपने पहले के बयान, नेशनल कॉन्फ्रेंस जम्मू-कश्मीर में अपने दम पर सरकार बनाएगी से अपना रुख बदल लिया है। स्मृति ईरानी ने एक सवाल के जवाब में कहा, अब वह कह रहे हैं कि एनसी कांग्रेस के साथ गठबंधन करके सरकार बनाएगी। क्या अब उन्हें अपनी हार का आभास हो गया है?
उन्होंने कहा कि भाजपा ने संसद में और सुप्रीम कोर्ट में सॉलिसिटर जनरल के माध्यम से कहा है कि हम राज्य का दर्जा बहाल करेंगे।
आगे कहा, कांग्रेस कहती है कि वे जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा दिलाने के लिए आंदोलन शुरू करेंगे। केवल केंद्र की भाजपा सरकार ही राज्य का दर्जा बहाल कर सकती है, कांग्रेस नहीं। राज्य का दर्जा बहाल करने के मुद्दे पर कांग्रेस का रुख आंदोलन का है जबकि हमारा रुख बहाली का है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अनुच्छेद 370 के हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में 84 हजार करोड़ रुपये का निवेश आया है।
उन्होंने कहा, अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में तीन लाख युवाओं को 8 हजार करोड़ रुपये की वित्तीय मदद दी गई है। जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम के माध्यम से महिलाओं को एक प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। स्वयं सहायता समूहों की सात लाख महिलाएं जम्मू-कश्मीर में लखपति दीदी बन चुकी हैं। हमने वादा किया है कि जम्मू-कश्मीर में सरकार बनने पर हर घर की सबसे बुजुर्ग महिला को 18 हजार रुपये दिए जाएंगे। उज्ज्वला योजना के तहत 1 लाख 17 हजार परिवारों को इस योजना के अंतर्गत लाया गया है। हमने अपने घोषणापत्र में गरीब परिवारों को दो एलपीजी सिलेंडर मुफ्त देने का वादा किया है।