…तो गांव से शहरी बने नागरिकों को नहीं लगती ठंड
नगर निगम की ओर से भाबर क्षेत्र में नहीं जलाए जा रहे अलाव
लगातार बढ़ रही ठंड के बाद भी भाबर की सुध नहीं ले रहा निगम
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: नगर निगम भाबर क्षेत्र के लोगों की सुविधा को लेकर कितना लापरवाह है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि लगातार बढ़ रही ठंड के बाद भी भाबर क्षेत्र में अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है। ऐसा लगता है मानो गांव से शहर में शामिल हुए भाबर व सनेह के लोगों को ठंड ही न लगती हो। जबकि, शहर से अधिक परिवार भाबर व सनेह क्षेत्र में ही रहते हैं।
साढ़े चार वर्ष पूर्व शासन ने नगर पालिका का विस्तार करते हुए कोटद्वार को नगर निगम का गठन किया। चालीस वार्डों के इस नगर निगम में सबसे अधिक आबादी भाबर क्षेत्र में रहती है। निगम गठन के दौरान सभी वार्डवासियों को समान सुविधाओं का लाभ देने का आश्वासन भी दिया गया। लेकिन, नगर निगम की सुविधाएं बाजार क्षेत्र से बाहर नहीं निकल पा रही है। हालत यह है कि ठंड का सितम बढ़ने के साथ ही बाजार क्षेत्र के मुख्य चौराहों पर अलाव तो जला दिए गए। लेकिन, अब तक अलाव की गर्माहट भाबर क्षेत्र में नहीं पहुंची। ऐसे में भाबर क्षेत्र के वाशिंदों ने नगर निगम पर उनके साथ भेदभाव का आरोप लगाया है। भाबरवासी सत्यप्रकाश सिंह, मोहन कुमार ने बताया कि भाबर क्षेत्र के सिडकुल स्थित जशोधरपुर औद्योगिक क्षेत्र में बड़ी संख्या में श्रमिक काम करते हैं। साथ ही कई बेसहारा व्यक्ति भी सड़क पर अपनी रात गुजारते हैं। ऐसे में नगर निगम को भाबर क्षेत्र के मुख्य चौराहों पर भी अलाव की व्यवस्था करनी चाहिए।
इन स्थानों पर जल रहा अलाव
नगर निगम की ओर से बाजार क्षेत्र के अंतर्गत गाड़ीघाट, झंडाचौक, नजीबाबाद चौराह, बस अड्डा, कौड़िया चौराह, देवी रोड चौराह, सिम्मलचौड़, आमपड़ाव में अलाव जलाने की व्यवस्था बनाई गई है। वहीं, सनेह क्षेत्र में भी अब तक अलाव की व्यवस्था नहीं बनाई गई है। इसके साथ ही क्षेत्रवासियों ने राजकीय बेस चिकित्सलय परिसर में भी अलाव जलवाने की मांग की है।