सोनू सूद ने एक बार फिर जीते हजारों दिल
मुंबई। सोनू सूद जिन्हें माइग्रेंट्स का मसीहा कहा जाता है, ने ना केवल प्रवासियों को कोरोनावायरस संकट के बीच उन्हें घर पहुंचाने में मदद की, बल्कि जरूरतमंदों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के प्रयास में कई शिक्षा-आधारित पहल भी शुरू की है। उन्होंने हाल ही में विदेश में मेडिकल शिक्षा के साथ जरूरतमंद छात्रों की मदद करने के लिए छात्रवृत्ति कार्यक्रम सोनूईस्मकी घोषणा की है। इसके पहले एक्टर ने पंजाब में इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों के लिए छात्रवृत्ति की पेशकश की थी।
कोरोना वायरस महामारी के दौरान, सोनू सूद के मानवीय कार्यों को काफी प्रशंसा और सराहना मिली थी। एक्टर लगातार नौकरियों, वित्तीय सहायता और भी चीजों के साथ जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं। अब, अपने रङ्मल्ल४्र२े.ङ्म१ॠ प्लेटफॉर्म के साथ, सोनू सूद का उद्देश्य है कि वे विदेश में अपने चिकित्सा अध्ययन को आगे बढ़ाने वाले छात्रों की मदद करें। सोनूईस्म का अर्थ है, विदेश में मेडिकल शिक्षा के लिए जरूरतमंद और वंचित भारतीय छात्रों के लिए पेश की गई छात्रवृत्ति।
सोनूईस्म की जानकारी देते हुए सोनू ने ट्वीट कर लिखा है, जो भी बच्चा डॉक्टर बनने के सपने देखता है, अब वो डॉक्टर बन पाएगा। मैं अब सोनूईस्म मुहिम के तहत बच्चों को स्कॉलरशिप दूंगा। इसके पहले सोनू सूद ने प्रोफेसर सरोज सूद छात्रवृत्ति के शुभारंभ के बारे में ट्वीट किया था, जिसमें इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों के लिए छात्रों को 5.24 लाख रुपये की छात्रवृत्ति प्रदान की गई थी। जिन छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान की गई उन छात्रों ने ट्वीट कर के सोनू सूद को धन्यवाद कहा और कहा कि अब हम अपने सपने को साकार करने के पड़ाव को पार कर रहे हैं, अभिनेता सोनू सूद ने छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना की है।