रुद्रपुर। जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने अमृत योजना के तहत चल रहे पेयजल एवं एसटीपी कार्यों की धीमी गति पर नाराजगी जताई। उन्होंने सीडीओ को अधिशासी अभियंता जल निगम काशीपुर एवं अधिशासी अभियंता यांत्रिकी खंड पेयजल निगम हल्द्वानी से स्पष्टीकरण तलब करने के निर्देश दिए हैं। डीएम ने कहा कि यदि दोनों अधिकारियों का उत्तर संतोषजनक नहीं पाया गया तो उनके विरुद्ध प्रतिकूल प्रविष्टि की कार्रवाई की जाएगी। रुद्रपुर कलेक्ट्रेट में डीएम ने बुधवार को अमृत योजना के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि अमृत योजना प्रथम के तहत नगर निगम रुद्रपुर में कुल पांच योजनाओं में से तीन पूरी हो चुकी हैं, जबकि दो अभी प्रगति पर हैं।इसी प्रकार नगर निगम काशीपुर में छह में से पांच पेयजल योजनाएं पूर्ण हो चुकी हैं, जबकि एक पर कार्य जारी है। डीएम ने अब तक तीन योजनाएं अधूरी होने पर नाराजगी जताते हुए संबंधित अधिकारियों को कार्य शीघ्र पूर्ण करने और सभी घरों में पेयजल संयोजन कराने के निर्देश दिए। अधिशासी अभियंता पेयजल निगम खटीमा ने बताया कि अमृत योजना द्वितीय के तहत नगर पंचायत शक्तिगढ़ में पेयजल पुनर्गठन कार्य 72 प्रतिशत तक पूर्ण हो चुका है और शेष कार्य जुलाई माह तक पूरा कर लिया जाएगा। वहीं, नगर पंचायत नानकमत्ता में योजना के तहत टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है और जुलाई से कार्य प्रारंभ होगा। एसटीपी कार्यों की समीक्षा के दौरान जानकारी दी गई कि कुल नौ में से सात एसटीपी कार्य पूर्ण हो चुके हैं, जबकि सितारगंज और हेमपुर स्माइल काशीपुर में कार्य प्रगति पर है। इस पर जिलाधिकारी ने दोनों कार्यों में तेजी लाकर शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। साथ ही पीएम जनमन योजना के तहत सभी घरों में जल्द से जल्द पेयजल संयोजन कराने को कहा। बैठक में सीडीओ मनीष कुमार, नगर आयुक्त नरेश चंद्र दुर्गापाल, अधिशासी अभियंता पेयजल निगम काशीपुर शिवम द्विवेदी, रुद्रपुर के अधिशासी अभियंता सुनील जोशी, खटीमा के पीएन चौधरी, जल संस्थान के तरुण शर्मा, यांत्रिकी खंड हल्द्वानी के सुधीर कुमार और सहायक नगर आयुक्त काशीपुर कमल सिंह मेहता समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।