सपा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ भाजपा नेता की पत्नी को प्रत्याशी बनाया, 24 नाम घोषित
लखनऊ, एजेंसी। बहुजन समाज पार्टी में नेता विधायक दल रहे शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली को समाजवादी पार्टी में शामिल होने के बाद भी टिकट नहीं मिला। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव 2022 के अंतिम चरण के मतदान वाले क्षेत्रों के लिए समाजवादी पार्टी ने जो 24 नाम की सूची जारी की है, उसमें शाह आलम का नाम नहीं है। समाजवादी पार्टी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ भाजपा नेता की पत्नी को मैदान में उतारा है।
समाजवादी पार्टी ने सोमवार को पार्टी के 24 प्रत्याशियों की सूची जारी की है। समाजवादी पार्टी ने सोमवार को घोषित प्रत्याशियों की सूची में गोरखपुर सदर सीट से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ भाजपा नेता स्वर्गीय उपेन्द्र शुक्ला की पत्नी शुभावती शुक्ला को उतारा है। सीएम योगी आदित्यनाथ को शुभावती शुक्ला चुनौती देंगी। स्वर्गीय उपेन्द्र शुक्ला को भाजपा ने गोरखपुर से 2018 का लोकसभा उप चुनाव लड़ाया था।स्वर्गीय उपेन्द्र दत्त शुक्ला के परिवार के सदस्य कुछ दिन पहले ही समाजवादी पार्टी में शामिल हुए थे। उनकी पत्नी शुभावती शुक्ला के साथ ही बेटे अरविन्द दत्त शुक्ला और अमित दत्त शुक्ला ने भी समाजवादी पार्टी की सदस्यता ली है। अब पार्टी ने उन्हें योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनावी मैदान में उतार दिया है। छोटे दलों के साथ गठबंधन कर मैदान में उतरी समाजवादी पार्टी ने सहयोगी दलों को भी काफी सीट दी हैं। सर्वाधिक 33 सीट राष्ट्रीय लोकदल को मिली है।
समाजवादी पार्टी ने जौनपुर के मड़ियाहूं से सुषमा पटेल को टिकट दिया गया है। सुषमा बसपा से पिछले दिनो सपा में आई थीं। वाराणसी दक्षिणी से किशन दीक्षित और सेवापुरी से सुरेंद्र सिंह पटेल को उतारा गया है। किशन युवा और नया चेहरा हैं। सुरेंद्र पहले भी विधायक और मंत्री रहे हैं। प्रतापगढ़ की विश्वनाथ गंज से सौरभ सिंह, रानीगंज से आरके वर्मा को टिकट दिया गया है। इलाहाबाद की फाफामऊ सीट से अंसार अहमद को उतारा गया है। आजमगढ़ के सगड़ी से डा़ एच एन पटेल, आजमगढ़ के मुबारकपुर से अखिलेश यादव, मऊ के मोहम्मदाबाद गोहाना (आरक्षित) से बैजनाथ पासवान, बलिया नगर से नारद राय और मिर्जापुर के छानवे (आरक्षित ) से ति कोल को टिकट दिया है। आजमगढ़ के मुबारकपुर से घोषित प्रत्याशी अखिलेश यादव आजमगढ़ समाजवादी पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष हैं।
समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 24 उम्मीदवारों की एक और लिस्ट जारी की है। इसमें पार्टी ने गोरखपुर सदर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ भाजपा के दिवंगत नेता उपेन्द्र शुक्ला की पत्नी शुभावती शुक्ला को टिकट दिया है। योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद 2018 में गोरखपुर से लोकसभा का उप चुनाव लड़े उपेन्द्र शुक्ला भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं। 2018 में हार जाने के बाद उनको 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी में टिकट नहीं दिया गया। 2019 में भोजपुरी फिल्मों के नायक रवि किशन को प्रत्याशी बनाया गया था। वह चुनाव जीते। करीब दो वर्ष पहले उपेन्द्र शुक्ला का निधन हो गया। समाजवादी पार्टी ने पडरौना विधानसभा सीट से पूर्व ब्लाक प्रमुख विक्रमा यादव प्रत्याशी घोषित किया है। यहां से स्वामी प्रसाद मौर्य चुनाव लड़ते थे, इस बार वह फाजिलनगर से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी हैं।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और आजमगढ़ से सांसद अखिलेश यादव ने सोमवार को जारी पार्टी के प्रत्याशियों की सूची में बसपा से आए विधायक शाह आलम उर्फ गुड्ड जमाली के स्थान पर अपनी पार्टी के कार्यकर्ता पर भरोसा जताया है। समाजवादी पार्टी के आजमगढ़ में पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष अखिलेश यादव एक बार फिर मुबारकरपुर से मैदान में उतारा है। अखिलेश यादव इससे पहले भी 2012 और 2017 का चुनाव भी लड़े, लेकिन गुड्डू जमाली से हार गए थे। शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली अब समाजवादी पार्टी में हैं, लेकिन समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने कार्यकर्ता अखिलेश यादव पर तीसरी बार भरोसा जताया है।