देहरादून। उत्तराखंड सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा विगत वर्ष
 निर्धन परिवारों के कुपोषित बच्चों के पालन पोषण की जिम्मेवारी विभिन्न
 महानुभावों को सौंपी गई थी, जिसमें अनीशा नाम की कुपोषित 1 वर्षीय बच्ची
 विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल को गोद दी गई थी। एक वर्ष तक
 नियमित देखभाल का जिम्मा उठाए विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने
 इस बच्चे की परवरिश में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है, यह बेहद खुशी के
 क्षण है कि नन्ही अनीशा अब कुपोषित से सामान्य श्रेणी में आ चुकी है।
 विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल का कहना है कि बच्ची के परिजन
 ध्याडी, मजदूरी का काम करते हैंस ऐसे में बच्चों का भरण पोषण करना इस
 परिवार के लिए मुश्किल हो रहा था। श्री अग्रवाल ने कहा कि व्यक्तिगत
 संसाधनों के आधार पर बालिका अनीशा के पौस्टिक आहार से लेकर स्वास्थ्य
 संबंधित देखभाल का प्रयास किया तो आज वह कुपोषित से सामान्य श्रेणी में
 आ चुकी है। विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने कहा है कि लॉकडाउन के
 दौरान जब लोग घरों में कैद थे ऐसे समय में भी बालिका अनीशा को दूध
 अथवा पौष्टिक आहार मिले इसके लिए विधिवत व्यवस्था की गई है।
 विधानसभा अध्यक्ष ने अनीशा के पिता महावीर को राशन कीट एवं
 विधानसभा अध्यक्ष विवेकाधीन कोष से दस हजार रुपये की आर्थिक मदद भी
 स्वीकृत की है। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा है कि मुझे खुशी है कि महिला
 एवं बाल कल्याण विभाग द्वारा मुझे जो जिम्मेदारी सौंपी गई थी उसे पूर्ण
 मनोयोग से पूरी की है।