गौकशी करने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाए: अध्यक्ष
हरिद्वार। गौ वंश का संरक्षण न केवल हमारी सांस्कृतिक धरोहर की रक्षा करता है, बल्कि हमारे स्वास्थ्य, कृषि, और पर्यावरण के संतुलन को भी बनाए रखता है। इसलिए इसका संरक्षण आवश्यक है। यह बात उत्तराखंड गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष पंडित राजेंद्र अंथवाल ने जिला कार्यालय सभागार में गौ वंश संरक्षण हेतु जनपद में किए जा रहे कार्यों की समीक्षा बैठक में कही। उन्होंने कहा कि गौकशी करने वालों के खिलाफ सख्त से कार्यवाही अमल में लाई जाए और जनपद में गौकसी पर पूर्णतः अंकुश हो। निराश्रित गौ वंश को केवल पंजीकृत गौ सदनों और गौ शालाओं में ही दिया जाए। किसी भी स्थिति मे गौ वंश को अजनबी व्यक्तियों और गैर पंजीकृत संस्थाओं के हवाले नहीं किया जाए। उन्होंने पिछले तीन वर्षों के गौकशी के मामलों की जानकारी ली।