हरिद्वार। योगगुरु रामदेव ने कहा कि जन-जन के आराध्य भगवान श्रीचंद्र महाराज ने समाज का मार्गदर्शन किया और कल्याण का मार्ग दिखाया। भगवान श्रीचंद्र ने धूणे के रूप में वैदिक यज्ञोपासना को नया रूप दिया और निवृत्ति प्रधान धर्म की प्रतिष्ठा की। भारतीय संस्ति की रक्षा के लिए शैव, वैष्णव, शाक्त, सौर तथा गणपत्य मतावलंबियों को संगठिन कर पंचदेवोपासना की प्रतिष्ठा की। यह बातें उन्होंने शोभायात्रा के दौरान कही। जद्गगुरू भगवान श्रीचंद की 529वीं जयंती के उपलक्ष्य में श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन एवं श्रीपंचायती अखाड़ा नया उदासीन के संयोजन में चन्द्राचार्य चौक से भव्य शोभायात्रा निकाली गयी। बैंडबाजों व आकर्षक झांकियों से सुसज्जित शोभायात्रा देवपुरा चौक, शिवमूर्ति, चित्रा टाकीज, निरंजनी अखाड़ा, तुलसी चौक, डामकोठी, शंकराचार्य चौक, बंगाली मोड़ होते हुए राजघाट स्थित श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन में संपन्न हुई। नगर भ्रमण के दौरान श्रद्घालुओं ने जगह-जगह पुष्पवर्षा कर शोभायात्रा का स्वागत किया।