अल्मोड़ा। अल्मोड़ा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र पींचा शनिवार को जनपद के दूरस्थ क्षेत्र सराईखेत पहुंचे, जहां उन्होंने स्थानीय प्राथमिक विद्यालय में क्षेत्र के व्यापारियों, जनप्रतिनिधियों और गणमान्य नागरिकों के साथ गोष्ठी की। इस दौरान उन्होंने लोगों की समस्याएं सुनीं, सुझाव लिए और नशा, साइबर अपराध समेत अन्य सामयिक विषयों पर विस्तार से चर्चा की। एसएसपी को पहली बार अपने बीच पाकर स्थानीय लोगों में विशेष उत्साह देखने को मिला। लोगों ने गर्मजोशी से स्वागत करते हुए कहा कि यह पहली बार है जब कोई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उनकी समस्याएं सुनने के लिए इतने दूर-दराज क्षेत्र तक पहुंचा है। उपस्थित जनों ने क्षेत्र की विभिन्न समस्याएं सामने रखीं, जिनके समाधान के लिए एसएसपी ने थानाध्यक्ष सल्ट को तत्काल आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। गोष्ठी में नशे के दुष्परिणामों पर विशेष बल देते हुए एसएसपी ने कहा कि नशा एक ऐसी आग है, जो किसी भी परिवार को अपनी चपेट में ले सकती है। नशे की खेती करना एक अपराध है, इससे बचें और समाज को भी इसके प्रति जागरूक करें। उन्होंने बताया कि अल्मोड़ा पुलिस नशे के विरुद्ध एक सशक्त अभियान चला रही है और इसके लिए जन सहयोग अत्यंत आवश्यक है। गोष्ठी के बाद एसएसपी ने थाना सल्ट का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान थाना कार्यालय, सीसीटीएनएस कक्ष और पुलिस भोजनालय का निरीक्षण किया गया। उन्होंने थाने में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों की बैठक लेकर उनकी समस्याएं सुनीं और समाधान का आश्वासन दिया। मानसून सीजन को देखते हुए पुलिस और एसडीआरएफ की टीम को अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए गए। साथ ही जवानों को स्मार्ट और प्रभावी पुलिसिंग के लिए प्रेरित किया गया। एसएसपी ने बाहरी व्यक्तियों का शत-प्रतिशत सत्यापन सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। नशे के विरुद्ध पुलिस द्वारा चलाए जा रहे अभियान की सराहना करते हुए एसएसपी ने टीम वर्क के साथ कार्रवाई जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया। निरीक्षण और गोष्ठी के दौरान थानाध्यक्ष प्रमोद पाठक सहित थाने और एसडीआरएफ के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।