स्थिरता को उच्च शिक्षा में एक अतिरिक्त चीज के रूप में नहीं देखा जाएं

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श्रीनगर गढ़वाल : हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विवि के मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र द्वारा आयोजित फैकल्टी इंडक्शन (गुरु दक्षता) कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। बतौर मुख्य अतिथि हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति एवं एमडी यूनिवर्सिटी रोहतक के प्रतिष्ठित प्रोफेसर प्रो. रमेश चंद्र कुहाड ने कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए कहा कि अनुसंधान उच्च शिक्षा का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। कहा कि यह नया ज्ञान उत्पन्न करता है और अकादमिक नींव को मज़बूत करता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए चौरास परिसर के निदेशक और ग्रामीण प्रौद्योगिकी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. राजेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि शोध और उसके व्यावहारिक अनुप्रयोग स्थिरता के सिद्धांत पर आधारित होने चाहिए। कहा कि स्थिरता को उच्च शिक्षा में एक अतिरिक्त चीज के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। इसे अकादमिक ढांचे का एक अभिन्न अंग होना चाहिए और सभी विषयों के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए। इस मौके पर मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र के कार्यवाहक निदेशक डॉ. राहुल कुंवर सिंह ने बताया कि कार्यक्रम में देश के 19 विभिन्न राज्यों से कुल 78 संकाय प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। इस मौके पर केंद्र के सहायक निदेशक डॉ. सोमेश थपलियाल, कार्यक्रम कार्यकारी डॉ. कविता भट्ट, अनिल कठैत, पूनम रावत आदि मौजूद थे। (एजेंसी)

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