आपदा कंट्रोल रूम और राहत चौकियों पर स्टाफ तैनात
रुड़की। बरसात का मौसम शुरू होने ही वाला है। वर्षा ऋतु के दौरान बाढ़ आने की संभावना से निपटने के लिए प्रशासन ने तहसील में आपदा कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया है। इनके अलावा क्षेत्र की चारों राहत चौकियों पर हल्का लेखपाल के अलावा पीआरडी के जवान भी तैनात कर दिए गए हैं। लक्सर तहसील क्षेत्र गंगा और सोलानी नदी के बीच में होने के कारण बाढ़ आपदा की दृष्टि से काफी सेंसेटिव जोन है। बरसात में पहाड़ों पर बारिश होने के कारण दोनों नदियों का जलस्तर बढ़ते ही यहां बाढ़ का प्रकोप शुरू हो जाता है। इस खतरे को देखते हुए तहसील प्रशासन ने बारिश शुरू होने के पहले से ही आपदा से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है। तहसीलदार लक्सर प्रताप सिंह चौहान ने बताया कि तहसील परिसर में आपदा कंट्रोल रूम को सातों दिन और 24 घंटे एक्टिव कर दिया गया है। तहसील के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी विरेंद्र दत्त शर्मा (मोबाइल नंबर 9897869788) को कंट्रोल रूम का प्रभारी बनाया गया है। कंट्रोल रूम में राजस्व कर्मियों के अलावा चिकित्सा, पशुपालन, शिक्षा, कृषि, ग्राम्य विकास, आंगनबाड़ी आदि विभागों के कर्मचारी भी लगाए जाएंगे। इनके अलावा भिक्कमपुर, बालावाली, माड़ाबेला और गोवर्धनपुर की चारों बाढ़ राहत एवं बचाव चौकियों पर भी हल्का लेखपाल की तैनाती कर दी गई है। चौकियों पर सारा जरूरी सामान मुहैया कराया जा चुका है।
बाढ़ में आपदा मित्र करेंगे जानमाल की सुरक्षा
प्रशासन ने लक्सर और खानपुर में करीब डेढ़ सौ युवकों को आपदा मित्र बनाकर उनकी टीम तैयार की है। इन सभी को तैराकी के अलावा आपात स्थिति में खतरे से निपटने का प्रशिक्षण भी दिया गया है। इन्हें भी क्षेत्रवार बचाव एवं राहत की जिम्मेदारी दी जा रही है।