अभिव्यक्ति मेले में लगाए स्टाल, शिक्षकों ने साझा किये अनुभव
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : शिक्षा विभाग और अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के सयुंक्त तत्वावधान में मंगलवार को बीआरसी पौड़ी में शिक्षकों के साथ अभिव्यक्ति मेला का आयोजन किया गया। जिसमें शिक्षकों ने अपने अनुभव साझा किए। शिक्षक अभिव्यक्ति मेले में 32 शिक्षकों ने हिस्सा लिया।
बीते छ: महीनों से प्रधानाध्यापकों के साथ कार्यशाला व स्कूल भ्रमण के दौरान विद्यालयी प्रक्रियाओं पर निरंतर संवाद हो रहे हैं। जिसमें मुख्यत: थीम सुबह की सभा, पढ़ने की घंटी, भाषा समृद्ध वातावरण और बाल शोध मेला एवं बाल साहित्य सृजनात्मक पर कार्य किया गया। इसके साथ ही हिंदी, अंग्रेजी व गणित पर भी शिक्षकों ने काम किया। शिक्षकों ने सात समूह बनाकर शिक्षक अभिव्यक्ति मेले में इन थीमों के 7 स्टाल भी लगाएं। जिसमें बच्चों के साथ किए कार्य, हर थीम पर बनाये गए टीएलएम, चार्ट पर लिखे बच्चों व स्वयं के अनुभव आदि प्रस्तुत किए गए। प्रतिभागियों व उप शिक्षा अधिकारी पौड़ी ने स्टाल का भ्रमण कर सवाल-जबाव के जरिए प्रधानाध्यापकों के अनुभवों को जाना और उन्हें सुझाव भी दिए। उपशिक्षाधिकारी ने मेले में हिस्सा लेते हुए विचार-विमर्श और प्रश्नों के द्वारा सार्थक चर्चा की। अजीम प्रेमजी फाउंडेशन ने पुस्तकालय का एक कोना लगाया। जिसमें बाल साहित्य व शिक्षा के दृष्टिकोण से संबंधित पुस्तकों को रखी गई। इसमें पोस्टरों का कोना भी शामिल किया गया। आखिर में फीड बेक सेशन में पुन: चार थीमों पर सवाल जबाव हुए। इसमें प्रतिभागियों ने बताया कि इन प्रक्रियाओं को विद्यालय में कब व कैसे किया जाता है, कौन सी प्रतिक्रिया प्रभावी होती है और कब नहीं। इन प्रक्रियाओं के महत्व व इनके मकसद को भी स्पष्ट किया। इस मौके पर खंड शिक्षा अधिकारी पौड़ी सावेद आलम, अजीम प्रेम जी फाउंडेशन बैंगलोर से मीरा प्रभु, विकास बडथ्वाल, बीआरसी समन्वयक नवीन डोभाल, प्रदीप , माधव गैरोला, पूजा, नरेश, श्वेता कठैत, सम्पूर्णा नंद जुयाल, महेश गिरि, मीमांशा, अजय सेमवाल, श्रीचंद आदि मौजूद रहे।