डडोली-डोभा मोटर मार्ग के निर्माण को लेकर क्रमिक अनशन शुरू
रुद्रप्रयाग। बड़मा क्षेत्र में डडोली-डोभा मोटरमार्ग के निर्माण कार्य को लेकर ग्रामीणों ने बिनौबैंड के पास क्रमिक-अनशन शुरू कर दिया है। ग्रामीणों ने कहा कि जब तक सड़क का कार्य शुरू नहीं हो जाता, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। इसके साथ ही जिलाधिकारी और लोक निर्माण विभाग के अफसरों का घेराव भी किया जाएगा। वहीं उक्रांद के कार्यकर्ताओं ने धरना स्थल पहुंचकर ग्रामीणों को अपना समर्थन दिया। रविवार को क्षेत्रीय ग्रामीण सड़क के निर्माण को लेकर बिनौबैंड पहुंचे। यहां ग्रामीणों ने मोटरमार्ग निर्माण कार्य शुरू करने को लेकर धरने पर बैठ गए। इस दौरान ग्रामीणों ने जोरदार प्रदर्शन कर प्रशासन व विभाग के खिलाफ नारेबाजी भी की। वक्ताओं ने कहा कि वर्ष 2008 में डडोली-डोभा मोटरमार्ग की स्वीति मिली थी। वर्ष 2019 में इस मोटरमार्ग का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। मोटरमार्ग को आधा-अधूरा छोड़ दिया गया है। इस संबंध में संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ कई बार वार्ता हो चुकी चुकी हैं, लेकिन अभी तक कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं हो पाई है। कहा कि सड़क निर्माण होने से चौरा, कलोनी, राजकीय इंटर कलेज मणिपुर, डोभा की करीब दो हजार की आबादी को लाभ मिलेगा। सड़क के अभाव में ग्रामीणों को आज भी तीन किमी पैदल चलना पड़ता है। किसी व्यक्ति के बीमार होने पर उसे चारपाई में लिटाकर अस्पताल पहुँचाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि अब यह आंदोलन तभी खत्म होगा, जब सड़क निर्माण का कार्य शुरू होगा। आंदोलन को समर्थन देने ब्लक प्रमुख प्रदीप थपलियाल, पूर्व काबीना मंत्री मातबर सिंह कंडारी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीरेंद्र बुटोला, सेवादल के प्रदेश उपाध्यक्ष अंकुर रौथाण, पूर्व जिला पंचायत सदस्य वीर सिंह बुडेरा पहुँचे। उक्रांद के युवा नेता मोहित डिमरी ने आंदोलन को समर्थन देते हुए कहा कि इस लड़ाई में वह जनता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य बनाने के पीटे मूल अवधारणा आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना था, लेकिन राष्ट्रीय दलों ने हमेशा पहाड़ की उपेक्षा की है। इस मौके पर डडोली-डोभा सड़क निर्माण संघर्ष समिति के अध्यक्ष विनोद नेगी, प्रधान प्रकाश रावत, जिला पंचायत सदस्य रेखा बुटोला चौहान, क्षेपंस सावन नेगी, क्षेपंस आनंद रौथाण, महिला मंगल दल अध्यक्ष सुनीता देवी, युवक मंगल अध्यक्ष अनूप रावत, पूर्व प्रधान मनोज नेगी, यशवंत रावत, धर्मेंद्र नेगी, मोहन सिंह भंडारी, सुमान रौथाण, दरबान रावत समेत कई ग्रामीण मौजूद थे।