देहरादून। उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच के पदाधिकारियों और सदस्यों ने शनिवार को शहीद स्मारक पर बैठक की। इसमें सभी ने विधानसभा में दिए कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के विधानसभा में दिए बयान की निंदा की। आंदोलनकारियों ने मंत्री से इस्तीफा देने की मांग की है। वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी रामपाल ने कहा कि कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने पूरी उत्तराखंडियत का अपमान किया है। शकुन्तला रावत ने कहा कि इस बयान का तत्काल विरोध होना चाहिए था। प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप कुकरेती ने कहा कि एक तरफ हम राज्य की रजत जयंती मनाने जा रहें हैं। इसके उलट विधानसभा में मर्यादा लांघी जा रही हैं। बैठक में राज्य आंदोलनकारियों ने कैबिनेट मंत्री से इस्तीफा देने की मांग उठाई और कहा कि वह जनता से माफी मांगें। इस दौरान पुष्पलता सिलमाणा, केशव उनियाल, सुलोचना भट्ट, प्रेम सिंह नेगी, हरी प्रकाश शर्मा, लोक बहादुर थापा, धर्मपाल सिंह रावत, सुलोचना भट्ट , राधा तिवारी , तारा पाण्डे, अरुणा थपलियाल, रामेश्वरी नेगी, लक्ष्मी बिष्ट, संगीता रावत, रामेश्वरी बिष्ट, रामेश्वरी कंडवाल, बसन्ती सुन्दरियाल, रजनी कंडवाल, प्रमिला रावत, विजय लक्ष्मी सुन्द्रियाल, रजनी पैन्युली, मनोज नौटियाल, नारायण सिंह नेगी, बीर सिंह रावत, धर्मानन्द भट्ट, सुरेश कुमार, प्रभात डंडरियाल, गौरव खंडूड़ी, हरी सिंह मेहर, आमोद पैन्युली, सुशील चमोली, विनोद असवाल, अनुराग भट्ट, हरीश पन्त, जबर सिंह पावेल, विजय बलूनी, सुरेन्द्र रावत, अरुणा थपलियाल, रामेश्वरी रावत, लक्ष्मी बिष्ट, अनीता रावत, मीरा गुसांई, सुनीता खंडूड़ी, कल्पना सेमवाल, सुबोधिनि भट्ट, संगीता रावत, जयन्ती बलूनी, रामेश्वरी नेगी, सरोज कंडवाल आदि मौजूद थे।