बागेश्वर। प्रदेश सरकार के राज्य आंदोलनकारियों को सरकारी नौकरी में 10 प्रतिशत का क्षैतिज आरक्षण व्यवस्था पर मिष्ठान वितरित किया गया। कपकोट और नगर में सभाएं आयोजित हुई। उन्होंने गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने की मांग की। राज्य आंदोलनकारी मोहन पाठक ने सरकार के निर्णय का स्वागत किया। कहा कि सरकार ने आंदोल नकारियों के हितों के लिए अच्छा कदम उठाया है। वक्ताओं ने सरकार से चिह्निकरण से टूट गए आंदोलनकारियों को भी प्रमाणपत्र और अन्य सुविधाएं देने की मांग की। उत्तराखंड को स्वावलंबी बनाने का संकल्प लिया। इस दौरान संदीप साह, किशन सोनी, कुंदन लाल, हरीश जनौटी, रमेश टम्टा, सुरेश खेतवाल, धीरज कांडपाल, हरीश सोनी आदि उपस्थित थे। उधर, भराड़ी में गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने की मांग की गई। इस दौरान राज्य आंदोलनकारी शेर सिंह ऐठानी, गिरीश जोशी, गणेश उपाध्याय, मनोज शाही आदि उपस्थित थे।