अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे राज्य आंदोलनकारी
देहरादून। उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी विभिन्न मांगों पर गुरुवार से शहीद स्मारक देहरादून में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है। राज्य आंदोलनकारी सयुंक्त मंच के तत्वावधान में आंदोलनकारियों ने शहीदों को श्रद्धांजलि देकर धरना शुरू किया। इस दौरान वरिष्ठ आंदोलनकारी उर्मिला शर्मा, ओमी उनियाल ने कहा कि प्रदेश सरकार आंदोलनकारियों को सरकारी सेवाओं में 10 फीसदी क्षैतिज आरक्षण देने का राजनीतिक लाभ ले रही है, लेकिन उसे लागू नहीं किया जा रहा। देवेश्वरी रावत, यूकेडी की प्रमिला रावत ने कहा कि वो 2021 में चिह्निकरण के फॉर्म जिलाधिकारी कार्यालय में जमा करवा चुके हैं, लेकिन तीन साल बाद भी कार्यवाही नहीं हो पाई है। सरकार आंदोलकारियों के फार्म दबाकर बैठी है। उन्होंने कहा कि पूर्व में आंदोलनकारी मुख्यमंत्री से भी मिले थे, जिन्होंने मांगों पर जल्द कार्यवाही का आश्वासन दिया था। लेकिन आश्वासन से आगे बात नहीं बढ़ पाई। आंदोलनकारियों ने कहा कि यदि जल्द मांगे पूरी नहीं की गई, तो उग्र आंदोलन होगा। मौके पर दिनेश भारद्वाज, अंबुल शर्मा, राम किशन, पुष्पा देवी, क्रांति अभिषेक, प्रदीप कुकरेती, बलबीर सिंह नेगी, विपुल नौटियाल, जबर सिंह पावेल, जगदीश चौहान, पुष्पराज बहुगुणा, क्रांति कुकरेती, गीता बिष्ट, सत्या डोगरा, सूर्या बमराड़ा, विजेंद्र रावत, दीपक गैरोला आदि मौजूद थे।