चम्पावत। पहाड़ी आर्मी संगठन के संस्थापक व अध्यक्ष हरीश रावत और उपाध्यक्ष बृजेश बिष्ट ने चम्पावत में भू-कानून को लेकर अपने मुद्दे रखे। उन्होंने कहा कि प्रदेश को फिलहाल यूसीसी नहीं सशक्त भू-कानून की जरुरत है। निजी होटल के सभागार में प्रेस वार्ता कीते हुए दोनों पदाधिकारियों ने कहा कि भू कानून और मूल निवास के खिलाफ आवाज उठाने का समय आ गया है। उन्होंने राज्य गठन से पहले के ‘मूल निवास 1950 को बहाल करने की मांग की। कहा कि देश के चार राज्यों आंध्र प्रदेश, त्रिपुरा, हिमाचल और मणिपुर की तर्ज पर उत्तराखंड में भीसख्त भू-कानून होना जरुरी है।उन्होंने कहा कि 40 लाख से अधिक बाहरी व्यक्ति यहां का स्थाई निवासी बन गया है। जो हमारे उत्तराखंड के मूल निवासी का रोजगार खत्म कर रहे हैं।