पशुओं पर हो रहे अत्याचार के लिए ठोस कदम उठाए : अथंवाल
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। गौ सेवा आयोग के उपाध्यक्ष राजेंद्र अथंवाल ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि गौवंशों पर हो रहे अत्याचार का शीघ्र निस्तारण करना सुनिश्चित करें। साथ ही उन्होंने पुलिस अधिकारी को निर्देशित किया कि जिन लोगों द्वारा पशुओं को बाजारों में छोड़ा जा रहा है, उनके खिलाफ कार्यवाही करें। साथ ही जागरूक करें। उन्होंने कहा कि पशुओं पर हो रहे अत्याचार के लिए ठोस कदम उठाए। हमारी संस्कृति में गाय को पवित्र माना जाता है, इसका ध्यान समस्त लोगों को रखना चाहिए। सनातन पद्धति की मूल आत्मा व आधार गौ, गंगा और गायत्री है, यह हमारी आर्थिकी का साधन भी है, किन्तु आज हमारी संवेदनहीनता के कारण इनकी दुर्दशा हो रही है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड देश का पहला राज्य है जहां गौवंश की हत्या पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है।
गौ सेवा आयोग के उपाध्यक्ष राजेंद्र अथंवाल की उपस्थिति में जिला कलेक्ट्रेट परिसर में जिलाधिकारी कार्यालय कक्ष में पौड़ी जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदण्डे की अध्यक्षता में जनपदीय पशु क्रूरता निवारण समिति एवं सड़कों पर निराश्रित गौवंश की समस्या के अतिशीघ्र निदान हेतु बैठक आयोजित हुई। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि 15 दिन के भीतर अपने-अपने विभागीय कार्य से संबंधित देश के अनुपालन में की गई कार्रवाई की रिपोर्ट एवं नगर निकायों को राजस्व भूमि हेतु प्रस्ताव प्रेषित करने के निर्देश दिए। गौ सेवा आयोग के उपाध्यक्ष राजेंद्र अथंवाल ने कहा कि सरकार इस दिशा में सुधारात्मक प्रयास करने हेतु निरन्तर प्रयासरत है, किन्तु इसमें जन सहभागिता की आवश्यकता है। प्रदेश में अधिकतर डॉक्टर युवा हैं और अच्छा काम कर रहे हैं। उन्होंने नगर निगम, नगर पालिका एवं नगर पंचायतों को भी इस दिशा में गम्भीरता से कार्य करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि अगर कोई पशुपालक पशुओं पर टैग या चिप लगाने हेतु मना करता है, तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही की जाय। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया गौवंश के प्रति हो रहे अपराधों एवं सड़कों पर निराश्रित गौवंशों के लिए त्वरित कार्यवाही कर गौवंश पर हो रहे अपराधों पर रोक लगाए।
जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदण्डे ने कहा कि गौ सरक्षंण व गौ संवर्धन पर अधिक कार्य करने की आवश्यकता है, जो गौवंश से सम्बंधित पशुओं पर अत्याचार करते हैं उसके लिए पुलिस व नगर पालिका को कार्यवाही के अधिकार दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि गौवंश के संरक्षण के लिए स्थानीय निवासियों, जनप्रतिनिधियों व स्वयं सेवी संगठनों को आगे आना चाहिए। जिलाधिकारी ने नगर निगम, नगर पालिका व नगर निकायों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि इसके लिए एक अनुश्रवण समिति बनाकर लगातार मोनिटरिंग करना सुनिश्चित करें। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि गौशालाओं के लिए स्थान चिन्हित कर निर्माण कार्य प्रारम्भ करें, जिससे आवारा घूम रहे पशुओं को गौशालाओं में रखा जा सकेगा। उन्होंने निर्देशित किया कि प्रचार-प्रसार के लिए कम से कम 10 जगह होर्डिंग लगाए, जिससे लोग पशुओं पर हो रहे अत्याचार के प्रति जागरूक हो सकेंगे। इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश, मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी डॉ. एसके बर्तवाल, पुलिस उपाधीक्षक प्रेमलाल टम्टा, नगर पालिका ईओ पौड़ी प्रदीप बिष्ट आदि उपस्थित थे।