चंडीगढ़ में 22 फरवरी को एसकेएम की बैठक के बाद बनेगी रणनीति रू बाजवा
काशीपुर। किसान आंदोलन को लेकर देशभर के किसानों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है, पंजाब हरियाणा के बाद यूपी उत्तराखंड के किसान मजदूर भी सक्रिय हो गए हैं। मंगलवार को संयुक्त किसान मोर्चा उत्तराखंड के नेता गाजीपुर बर्डर के पूर्व प्रवक्ता किसान नेता जगतार सिंह बाजवा ने अपने आवास पर पत्रकारों से वार्ता में कहा कि केंद्र सरकार द्वारा किसान आंदोलन के दौरान तीन षि बिल वापसी के साथ ही एमएसपी गारंटी कानून, किसानों पर दर्ज मुकदमे वापसी, बिजली बिल सहित अन्य कई मुद्दों पर समाधान का आश्वासन दिया था, लेकिन केंद्र सरकार द्वारा वादा खिलाफी के चलते आज देशभर के किसान मजदूर पुन: आंदोलन की राह पर हैं। कहा कि मौजूदा हालातों को देखते हुए संयुक्त किसान मोर्चा 22 फरवरी को चंडीगढ़ में बैठक आयोजित कर रहा है, जिसमें देशभर के संगठनों से विचार विमर्श के बाद संयुक्त किसान मोर्चा आंदोलन के संबंध में आगामी रणनीति तय करेगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में संयुक्त किसान मोर्चा (अराजनीतिक) व किसान मजदूर मोर्चा के आह्वान पर किसान खनोरी वी शंभू बर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसपर सरकार द्वारा तानाशाही पूर्ण कार्रवाई की जा रही है जो बेहद निंदनीय है। किसानों की जिन मांगों को लेकर आंदोलन किया जा रहा है उन मांगों पर देशभर के किसान मजदूर संगठन एकमत हैं, लेकिन आंदोलन में किस रूप से सक्रिय रहा जाएगा, इसका निर्णय संयुक्त मोर्चा की बैठक में ही लिया जाएगा। बैठक में रणनीति बनने के बाद ही दिल्ली कूच की तैयारी की जाएगी।