गोखले मार्ग पर सख्ती, मुख्य सड़कों पर रेहड़ी-ठेली का कब्जा
गोखले मार्ग में सख्ती के बाद रेहड़ी-ठेली वालों ने किया मुख्य सड़कों पर कब्जा
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : गोखले मार्ग में सख्ती के बाद रेहड़ी-ठेली वालों ने पटेल मार्ग सहित शहर की अन्य मुख्य सड़कों को अपना नया ठिकाना बना दिया है। नतीजा, गोखले मार्ग के बाद अब पटेल मार्ग के साथ ही मुख्य सड़कों पर भी अव्यवस्थाएं होने लगी हैं। जगह-जगह खड़ी रेहड़ी ठेलियों के कारण आमजन का सड़क पर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। ऐसे में हर समय दुर्घटनाओं का अंदेशा बना हुआ है। तमाम प्रयासों के बाद भी सरकारी सिस्टम रेहड़ी-ठेली वालों के लिए स्थाई जगह चिह्रित नहीं कर पा रहा है।
शहर की यातायात सहित अन्य व्यवस्थाओं में रेहड़ी-ठेली सबसे अधिक बाधा बन रही है। अतिक्रमण के लिए नासूर बन चुके गोखले मार्ग को साफ करवाने के लिए कुछ सप्ताह पूर्व ही निगम ने रेहड़ी-ठेली वालों को वहां से हटने की चेतावनी दी थी। हालांकि, वर्तमान में गोखले मार्ग कुछ हद तक अतिक्रमण मुक्त हो चुका है। लेकिन, वहां से हटाए गए रेहड़ी-ठेली वालों ने पटेल मार्ग को अपना नया ठिकाना बना दिया है। नतीजा, पटेल मार्ग अब दूसरा गोखले मार्ग का रूप लेने लगा है। मार्ग के दोनों ओर खड़ी रेहड़ी-ठेली के कारण अव्यवस्थाएं बनी हुई हैं। वाहनों को निकलने के लिए पर्याप्त मार्ग नहीं मिलने के कारण कई बार विवाद भी हो रहा है। चौंकाने वाली बात तो यह है कि रेहड़ी-ठेली वालों से तहबाजारी वसूलने वाला नगर निगम आज तक इनके लिए कोई स्थाई व्यवस्था नहीं कर पाया है।
परवान नहीं चढ़ रही योजना
क्षेत्रवासियों की मांग पर गत वर्ष नगर निगम प्रशासन की ओर से गाड़ीपड़ाव का समतलीकरण कर वहां टिन शेड डालकर 70 फड़ बनाने का प्रस्ताव बोर्ड बैठक में पारित किया गया था। प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद नगर निगम प्रशासन की ओर से पिछले वर्ष अक्टूबर माह में 18 लाख की लागत से गाड़ीपड़ाव में समतलीकरण का कार्य और फड लागने का काम शुरू किया गया। समतलीकरण कार्य के बाद वहां पर पक्का फर्श भी डाला गया। लेकिन, आज तक फड़ नहीं बनाई जा सकी। सूत्रों की मानें तो राजनैतिक दबाव के चलते नगर निगम इस जगह को सब्जी मंडी में विकसित नहीं कर पा रहा है।