3 किमी. पैदल चलकर स्कूल जाने को मजबूर छात्र

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नई टिहरी : भिलंगना ब्लाक के राजकीय इंटर कालेज कोट विशन के छात्र-छात्राएं पिछले चौदह महीनों से तीन किमी. की पैदल दूरी नाप कर स्कूल पहुंच रहे हैं। इन छात्रों को बालगंगा नदी पर पुल का इंतजार हैं। स्कूल के लिए पैदल दूरी नापने से समय पर स्कूल पहुंचने की भी चुनौती बनी रहती है। खासकर बरसात के समय छात्र-छात्राओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बालगंगा नदी पर विशन गांव के पास बना पक्का सीसी पुल जुलाई वर्ष-2024 में नदी में बाढ़ आने के कारण क्षतिग्रस्त हो गया था। इस पुल से दल्ला, भिगुन के छात्र-छात्राएं आसानी से स्कूल पहुंच सकते थे। लेकिन पुल क्षतिग्रस्त होने के कारण कोट विशन जाने वाले इन गांवों के करीब 35 छात्र-छात्राओं की दूरी भी बढ़ गई है और उन्हें लंबी पैदल दूरी तय कर स्कूल पहुंचना पड़ता है। तीन किमी. की पैदल दूरी तय कर थक कर स्कूल पहुंचने वाले छात्र-छात्राओं की पढ़ाई पर भी इसका असर पड़ता है। सबसे ज्यादा परेशानी बरसात के समय होती है। बरसात में पैदल मार्गों की स्थिति भी खराब रहती है। जिससे आवागमन में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। अभिभावक भी लंबे समय से क्षतिग्रस्त पुल के स्थान पर नया पुल निर्माण की मांग करते आ रहे हैं। जिससे राइंका कोट विशन जाने वाले छात्रों का आवागमन सुगम हो सके। हालांकि लोनिवि की ओर से क्षतिग्रस्त पुल के बदले में यहां पर नए पुल बनाए जाने का प्रस्ताव भेजा गया है। लेकिन पिछले चौदह महीनों से छात्रों को पुल का इंतजार है। अभिभावक शिक्षक संघ के अध्यक्ष अनिल भट्ट का कहना है कि बाढ़ के कारण बालगंगा नदी पर बना पुल क्षतिग्रस्त होने से छात्रों को आवागमन में लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि क्षतिग्रस्त पुल की जगह जल्द नया पुल बनाया जाए। पिछले साल बालगंगा नदी में भारी बाढ़ आने से क्षेत्र में पैदल पुल, संपर्क मार्ग आदि बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए थे। उसी बाढ़ में बालगंगा नदी पर विशन में बना पुल भी क्षतिग्रस्त हो गया था। डीसी नौटियाल अधिशासी अभियंता लोनिवि घनसाली ने बताया कि बालगंगा नदी पर बना पक्का सीसी पैदल पुल पिछले साल बाढ़ के कारण क्षतिग्रस्त हो गया था। इस पुल के बदले आसपास ही नए पुल निर्माण का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया है। (एजेंसी)

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