आयुर्वेद विवि में फीस ज्यादा की मांग पर छात्रों का धरना
देहरादून। आयुर्वेद विवि में शुक्रवार को तीसरे दिन भी छात्र धरने पर बैठे हैं। विवि स्तर पर बनाई गई एक कमेटी इसमें रिपोर्ट देगी। छात्रों का कहना है कि राज्य कोटा के तहत प्रवेश लेने वाले छात्र को 48 हजार रुपये सालाना शुल्क देना होता है।
सेल्फ फाइनेंस-आल इंडिया कोटा के तहत यह शुल्क एक लाख 20 हजार रुपये सालाना था। जिसे आयुष मंत्रालय के एक आदेश के तहत राज्य कोटा के समान कर दिया गया। विवि प्रशासन ने भी एक आदेश जारी कर दिया। उनसे 48 हजार रुपये शुल्क जमा कराया गया। पर अब कहा जा रहा है कि आदेश उन पर लागू नहीं होगा। परीक्षा नजदीक है और छात्रों ने परीक्षा फार्म भरना शुरू कर दिया है। उन पर पुराना शुल्क जमा करने का दबाव बनाया जा रहा है। ऐसे में वह आंदोलन करने को मजबूर है। विवि कुलपति प्रो़ सुनील जोशी ने कहा कि छात्रों की फीस संबंधी आपत्ति के निपटारे को चार सदस्यीय कमेटी बनाई है। जिसमें तीनों परिसर निदेशक ड अनूप गक्खड़, ड राधाबल्लभ सती और ड पंकज शर्मा समेत वित्त अधिकारी अमित जैन को नामित किया है।