विकासनगर()। वीर शहीद केसरी चंद स्नातकोत्तर महाविद्यालय डाकपत्थर में इस बार अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद चुनाव से पहले ही दो फाड़ हो गया है। दोनों ही गुटों ने सभी पदों पर अपने-अपने प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे हैं। हालांकि अभाविप के पदाधिकारियों ने नामांकन से ऐन पहले तक बागी गुट को मनाने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं पाई। बागी गुट की ओर से मंगलवार को शक्ति प्रदर्शन के साथ नामांकन दाखिल किया गया। जबकि दूसरे गुट ने भी दोपहर बाद नामांकन दाखिल करा दिया। पीजी कॉलेज डाकपत्थर में अभी तक अभाविप और आर्यन छात्र संगठन में ही सीधी टक्कर होती रही है। अभाविप का पलड़ा यहां हर बार भारी रहा। स्थापना काल से लेकर अभी तक अभाविप ने अधिक बार छात्रसंघ चुनाव में परचम लहराया है। इस बार भी आर्यन छात्र संगठन और अभाविप में ही सीधी टक्कर मानी जा रही थी, लेकिन बागी गुट के चुनाव मैदान में ताल ठोकते ही अब मुकाबला त्रिकोणीय होने के आसार बन गए हैं। बताया जा रहा है कि बागी गुट का पूरा पैनल लंबे समय से चुनाव की तैयारियों में जुटा हुआ था, लेकिन ऐन वक्त पर अध्यक्ष पद पर सहमति नहीं बनने के कारण पूरे पैनल ने बगावत कर चुनाव मैदान में ताल ठोक दी। सभी प्रत्याशियों ने अभाविप से नाता तोड़ने का ऐलान करते हुए अपना नामांकन दाखिल कराया, जिसके बाद अभाविप में दो फाड़ हो गए। छात्र संघ चुनाव के बदले हुए माहौल ने आर्यन संगठन की उम्मीदों में इजाफा कर दिया है। हालांकि अभाविप की अंदरूनी लड़ाई का फायदा आर्यन छात्र संगठन को कितना मिलता है यह चुनाव के बाद ही पता चलेगा। उधर, अभाविप की कॉलेज इकाई अध्यक्ष प्रियांशु चौहान ने बताया कि परिषद ने समर्पित कार्यकर्ताओं को चुनाव मैदान में उतारा है। कुछ छात्रों के अलग होने से परिषद की चुनावी तैयारियों पर कोई असर नहीं पड़ेगा।