जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : माउंट एवरेस्ट फतह करने वाले ग्राम सुरालगांव निवासी सूबेदार अंकुर रावत को सम्मानित किया गया। ग्रामीणों ने ढोल-दमाऊ व वाद्य यंत्रों के साथ गांव में अंकुर रावत का स्वागत किया।
विकासखंड कल्जीखाल के ग्राम सुरालगांव के पीपला में ग्रामीणों ने अंकुर रावत का भव्य स्वागत किया। ढोल-दमाऊ के साथ ही पारंपरिक वाद्य यंत्र के साथ अंकुर रावत ने गांव का भ्रमण किया। इस दौरान गांव में कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। सूबेदार अंकुर रावत ने बताया कि 18 मई 2025 को प्रात: तीन बजकर पांच मिनट पर उन्होंने विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर दूसरी बार चढ़ाई की थी। उन्होंने एनसीसी के पांच लड़के व पांच लड़कियों के साथ यह सफर तय किया। बताया कि उन्होंने सबसे पहले वर्ष 2016 में प्रथम बार भारतीय सेना के साथ माउंट एवरेस्ट व 2019 में माउंट मकालू में तिरंगा लहराया था। वह अब तक देश और विदेश की 27 ऊंची चोटियों पर तिरंगा फहरा चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने कई रेस्क्यू अभियानों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सम्मान समारोह के दौरान सूबेदार अंकुर रावत ने कहा कि उन्हें विभिन्न जगह पर सम्मानित किया गया। लेकिन, अपने पैतृक गांव जन्मभूमि में आकर सम्मान मिलता गर्व का विषय है। उन्होंने युवाओं को भी अपनी फिटनेस पर ध्यान देने कहा। इस दौरान सूबेदार अंकुर की माता आनंदी देवी ने कविता के माध्यम से अपने पुत्र की उपलब्धियां को गिनाया। इस मौके पर कार्यक्रम आयोजक ग्राम प्रधान सुरालगांव जगदेश्वरी देवी, चंद्र सिंह रौथाण, नारायण सिंह, आनंदी देवी, राकेश मोहन, मातबर सिंह भंडारी, राजेंद्र प्रसाद, रिंकी देवी, कुशलानंद बलूनी, धर्मानंद बलूनी, पूर्व प्रधान रघुवीर सिंह, पीतांबरी देवी, संदीप डोबरियाल, लीला रौथाण आदि मौजूद रहे।