चीनी मिल प्रबंधन पर यूपी का गन्ना खरीदने का आरोप
रुद्रपुर। किसान सहकारी चीनी मिल को 30 वर्ष के लिए लीज पर दिए जाने के बाद क्षेत्र के किसान परेशान हैं। मिल प्रबंधन ने मिल की क्षमता बढ़ाने और किसानों का गन्ना खरीदने और समय पर भुगतान का दावा किया था। किसानों का आरोप है कि मिल प्रबंधन सितारगंज, खटीमा और मिल से संबद्घ गांवों का गन्ना खरीदने के बजाय यूपी से गन्ना खरीद कर रहा है। किसान नेताओं ने एसडीएम तुषार सैनी से मिलकर गन्ना किसानों की परेशानियां बताते हुए समाधान कराने की मांग की। सोमवार को भाजपा नेता एवं प्रगतिशील किसान अनिरुद्घ राय ने पीएम व सीएम को पत्र भेजकर आरोप लगाया कि चीनी मिल प्रबंधन क्षेत्र के किसानों के बजाय यूपी से गन्ना खरीद रहा है। क्षेत्र के किसानों को गन्ना खरीद पर्चियां नहीं मिल रही हैं। शाम चार बजे से चीनी मिल गेट पर ट्रलियों का जमावड़ा शुरू हो जाता है और सुबह 10 बजे तक उनका गन्ना तुलता रहता है। सितारगंज, खटीमा को गन्ना खरीद पर्ची नहीं मिलने से किसान परेशान हैं। सितारगंज चीनी मिल 32 हजार कुंतल के बजाय 17 हजार कुंतल औसत पेराई कर रही है। आरोप लगाया है कि चीनी मिल प्रबंधन मिल संचालन नियमानुसार नहीं कर रहा है। भारतीय किसान संघ ने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को मांग पत्र भेजकर लीज निरस्त कर पूर्व की भांति चीनी मिल संचालित करने की मांग की है। यहां देशराज कांबोज, राजेश यादव, बहादुर सिंह, जगदेव सिंह, सुनील मल्ल, भगवान दास, वेदप्रकाश, राजनारायण सिंह, द्रोपती, शिवशंकर मौजूद रहे।