सुहागिनों ने राजमहल में पिरोया तिल का तेल, आठ मई को इसी से होगा भगवान बदरीविशाल का अभिषेक
ऋषिकेश । चारधाम यात्रा आगामी तीन मई से शुरू होगी। वहीं श्री बदरीनाथ धाम के कपाट इस यात्रा वर्ष आठ मई को खुल रहे हैं। कपाट खुलने के अवसर पर भगवान बदरीविशाल के अभिषेक हेतु तिलों का तेल राजदरबार नरेंद्र नगर से बदरीनाथ धाम के लिए प्रस्थान करेगा और पहले पड़ाव मेंाषिकेश पहुंचेगा।
23 अप्रैल को मंदिर समिति की चेला चेतराम धर्मशाला में दोपहर तक गाडू घड़ा के दर्शन होंगे। जिसके पश्चात तेल कलश श्रीनगर गढ़वाल हेतु प्रस्थान करेगा। शुक्रवार को महारानी मालाराज्य लक्ष्मी शाह की उपस्थिति में सुहागिनों ने राजमहल नरेंद्र नगर में तेल पिरोकर पवित्र घड़े में रखा। जिसे शुक्रवार शाम को राजमहल से रवाना किया जाएगा।
देर शाम तक तेल कलश गाडू घड़ा मंदिर समिति के रेलवे रोड स्थित चेला चेतराम धर्मशालााषिकेश पहुंचेगा।इस अवसर पर डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के प्रतिनिधिगण अरूण डिमरी, राकेश डिमरी, संजय डिमरी, जौनी डिमरी सहित बड़ी संख्या में तीर्थपुरोहित और सुहागिनें शुक्रवार की प्रातरू राज महल पहुंचे। यहां पूजा-अर्चना पश्चात ओखली में तेल पिरोने की रस्घ्म शुरू की गयी।
इस अवसर पर डिम्मर उम्मटा मूल पंचायत के सरपंच एवं श्री बदरी-केदारनाथ मंदिर समिति के सदस्य आशुतोष डिमरी, मंदिर समिति सदस्य भास्कर डिमरी, डिमरी केंद्रीय पंचायत कार्यकारी अध्यक्ष विनोद डिमरी, श्रीराम, रमेश डिमरी, गौरव डिमरी, धर्मानंद डिमरी,ाषि प्रसाद डिमरी, दीपक डिमरी, मात्रिका रामनारायण, बब्बू डिमरी, राजेंद्र डिमरी, विपुल डिमरी, सुभाष डिमरी, दिनेश डिमरी, शिव प्रकाश डिमरी आदि मौजूद रहे।
मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह ने गाडू घड़ा तेल कलश यात्रा हेतुाषिकेश एवं श्रीनगर में आवास व्यवस्था व तैयारियों के निर्देश दिये हैं। मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डा़ हरीश गौड़ ने बताया कि श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय एवं उपाध्यक्ष किशोर पंवार तेल कलश गाडू घड़ा के दर्शन कोाषिकेश पहुंचेंगे।