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लिटिल मास्टर के नाम से मशहूर सुनील गावस्कर, 75 साल की उम्र में भी हिट एंड फिट

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नई दिल्ली,  भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और लीजेंड सुनील गावस्कर आज 75 साल के हो गए हैं। उनका जन्म 10 जुलाई 1949 को महाराष्ट्र के मुंबई में हुआ था। क्रिकेट इतिहास के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक गावस्कर आज भी अपनी बेबाक बोली के लिए मशहूर हैं। अक्सर उनकी बातें क्रिकेट के गलियारों में हलचल पैदा करती हैं।सुनील गावस्कर का नाम दुनिया के सबसे सफल बल्लेबाजों में लिया जाता है। उनके नाम क्रिकेट करियर में कई ऐतिहासिक रिकॉर्ड दर्ज हैं। जब उन्होंने क्रिकेट के पिच पर कदम रखा था तब टेस्ट में वेस्टइंडीज की पेस बैटरी की तूती बोलती थी, लेकिन भारतीय क्रिकेट का यह दिग्गज बेखौफ अंदाज में बल्लेबाजी करता था और बड़े से बड़े सूरमाओं की धज्जियां उड़ाने का माद्दा रखता था।
गावस्कर ने साल 1971 में वेस्टइंडीज दौरे पर पोर्ट ऑफ स्पेन में अपना टेस्ट डेब्यू किया था। अपने डेब्यू में ही इस दिग्गज बल्लेबाज ने वेस्टइंडीज के खूंखार गेंदबाजों की जमकर क्लास लगाई। वेस्टइंडीज खेमा इस तूफानी बल्लेबाजी को देखकर त्राहिमाम कर रहा था।
इस यादगार लम्हे के दौरान सुनील गावस्कर ने अपने नाम एक बड़ा रिकार्ड भी दर्ज किया, जो आज तक कायम है। वेस्टइंडीज के खिलाफ उस डेब्यू सीरीज में गावस्कर ने 4 टेस्ट मैचों में रिकॉर्ड 774 रन बनाए।
इस दौरान गावस्कर का औसत 154.80 का रहा था। इस सीरीज में उनके बल्ले से दोहरा शतक सहित 4 शतक और तीन अर्धशतक निकले। बता दें, यह डेब्यू सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड है जिसे 53 साल बाद भी कोई भारतीय बल्लेबाज नहीं तोड़ सका है।
भारतीय क्रिकेट के लिटिल मास्टर गावस्कर टेस्ट क्रिकेट में 10,000 रन का आंकड़ा छूने वाले पहले खिलाड़ी थे और उन्होंने 34 टेस्ट शतक भी लगाए थे, यह रिकार्ड 18 साल तक कायम रहा। हालांकि, सचिन तेंदुलकर ने इस रिकॉर्ड को तोड़ा। अपनी बल्लेबाजी क्षमता के अलावा, गावस्कर एक सर्वश्रेष्ठ फील्डर भी थे।
गावस्कर के शानदार करियर को वेस्टइंडीज के खिलाफ उनकी शानदार पारियों के बिना परिभाषित नहीं किया जा सकता। अपने समय की सबसे मजबूत टीम के खिलाफ गावस्कर ने 27 टेस्ट मैचों में 65.45 की शानदार औसत से 2749 रन बनाए, जिसमें 13 शतक शामिल हैं। किसी भी टीम के खिलाफ उनका सबसे ज्यादा स्कोर और करियर का सर्वश्रेष्ठ 236 रन नाबाद रहा।
भारत की ऐतिहासिक 1983 विश्व कप विजेता टीम के एक प्रमुख सदस्य, गावस्कर ने एक बार टेस्ट मैचों में सबसे अधिक शतकों का रिकॉर्ड बनाया था। वह टेस्ट क्रिकेट में 10,000 रन पार करने वाले पहले क्रिकेटर थे। उन्होंने मार्च 1987 में यह उपलब्धि हासिल की और अपने करियर का अंत 10,122 रनों के साथ किया, जिसमें 34 शतक और 45 अर्धशतक शामिल थे। सबसे अधिक टेस्ट शतकों का उनका रिकॉर्ड तब तक कायम रहा जब तक कि 2005 में सचिन तेंदुलकर ने इसे पार नहीं कर लिया।
गावस्कर के जन्मदिन पर क्रिकेट जगत उनके योगदान और विरासत का सम्मान करते हुए उनकी सराहना कर रहा है। उनके रिकॉर्ड, दृढ़ता और उल्लेखनीय उपलब्धियां दुनिया भर के क्रिकेटरों और प्रशंसकों को प्रेरित करती रही हैं और आगे भी करेंगी।

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