जम्मू,। जम्म-कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास सुरक्षा बलों की मुस्तैदी से एक बार फिर बड़ा खतरा टल गया. सेना के जवानों ने एलओसी के पास अग्रिम इलाके में संदिग्ध गतिविधि देखने के बाद गोलीबारी की. जबकि सुरक्षा बलों ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ, सांबा और कठुआ जिलों में एक दर्जन से अधिक स्थानों पर तलाशी ली.
रिपोर्ट के अनुसार राजौरी के अग्रिम इलाके में मुस्तैद सुरक्षा बलों ने सुबह के समय घने पेड़ों की आड़ में संदिग्ध गतिविधि देखी. इसमें तीन से चार लोगों के शामिल होने का संदेह था. जवानों ने दो दर्जन से अधिक राउंड फायरिंग की और साथ ही तलाशी अभियान भी चलाया.
इस दौरान ड्रोन भी तैनात किए. हालांकि, संदिग्ध लोगों का कोई सुराग नहीं मिला. अधिकारियों के अनुसार स्थानीय पुलिस, सीआरपीएफ और राष्ट्रीय राइफल्स के विशेष अभियान समूह ने भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना मिलने के बाद सुबह करीब छह बजे पुंछ जिले के कई इलाकों में खासकर सुरनकोट, मेंढर में सर्च ऑपरेशन चलाया.
यह अभियान सुरनकोट के सारी, उस्तान, पठानखोर, लोहार मोहल्ला, चांदीमढ़, फागल, हरि टॉप और कागवाली, मेंढर के लिम्बा और उच्चद तथा कल्लर-गुरसाई में चलाया गया, लेकिन किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सुरक्षा बलों की मदद से कठुआ जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे कई इलाकों में भी तलाशी ली.
इस बीच उधमपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आमोद नागपुरे ने मंगलवार को कश्मीर घाटी में 3 जुलाई से शुरू होने वाली वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए नियुक्त पुलिस अधिकारियों के लिए एक व्यापक ब्रीफिंग सत्र की अध्यक्षता की. इस सत्र के दौरान जिन प्रमुख पहलुओं पर चर्चा की गई, उनमें जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग सहित संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा उपायों को बढ़ाना, प्रभावी यातायात विनियमन और आपात स्थितियों के लिए आकस्मिक योजनाएं शामिल थी.
उन्होंने कहा कि अधिकारियों को तीर्थयात्रियों को समय पर सहायता प्रदान करने और आपदा प्रबंधन टीमों के साथ घनिष्ठ समन्वय बनाए रखने के भी निर्देश दिए गए हैं. एसएसपी ने सुरक्षित तीर्थयात्रा अनुभव सुनिश्चित करने के लिए सामुदायिक सहभागिता, वास्तविक समय की निगरानी और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत रिपोर्टिंग पर जोर दिया.
बता दें कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद से केंद्र शासित प्रदेश के संवेदनशील जगहों पर सुरक्षा व्यवस्था अत्यंत कड़ी कर दी गई है. जम्मू-कश्मीर पुलिस और सेना संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रख रही है.