भारी बारिश के बीच सस्पेंड पुलिसकर्मी की पत्नी ने दिया धरना
देहरादून। उत्तराखंड पुलिसकर्मियों के परिजनों ने प्रेस वार्ता कर ग्रेड पे 4600 किए जाने की मांग उठाई थी, जिसके बाद अनुशासनहीनता का हवाला देकर तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया। सस्पेंड किए जाने से नाराज पुलिसकर्मी कुलदीप भंडारी की पत्नी आशी भंडारी ने अपने बच्चों के साथ गांधी पार्क के गेट पर भारी बारिश के बीच धरना दिया। इस दौरान मौके पर कई पुलिसकर्मी भी मौजूद रहे। पुलिसकर्मियों ने उन्हें गाड़ी में बैठने का भी आग्रह किया, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। निलंबित किए गए पुलिसकर्मी की पत्नी आशी भंडारी का कहना है कि जब तक उनके पति की बहाली नहीं की जाएगी, तब तक वो वहां से नहीं जाएंगी। उन्होंने कहा कि स्वयं सरकार ने पुलिसकर्मियों के 4600 ग्रेड पे दिए जाने की बात कही थी, लेकिन ये सिर्फ घोषणा ही रह गई। उन्होंने सवाल किया कि उत्तराखंड के डीजीपी ने फेसबुक पर जो लंबा चौड़ा पोस्ट लिखा है। क्या वो अनुशासनहीनता के दायरे में नहीं आता? आशी भंडारी ने कहा कि, पुलिसकर्मियों के परिजनों तो उन्हीं लोगों ने भटकाया है। यदि ग्रेड पे की मांग करना हमारे लिए अनुशासनहीनता है तो बाकी अधिकारियों के लिए भी अनुशासनहीनता मानी जाए। उन्होंने कहा कि वो इसके विरोध में अनिश्चितकालीन धरना देंगी। उन्होंने कहा कि हालात अब ऐसे हो गए हैं वो अपनी मर्जी से श्रीनगर अपने मायके भी नहीं जा सकती हैं, क्योंकि तानाशाही इतना हावी हो चुकी है कि आप ना कुछ बोल सकते हैं और ना ही कुछ कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि शासन जितना दबाव उनपर बना रहा है, इतना दबाव यदि 4600 रुपये ग्रेड पे पर बनाया जाता तो स्थिति कुछ और होती।
इस दौरान उन्होंने साफ किया कि जिस तरह से केवल आंदोलन की बात कहने पर उनके पति को सस्पेंड कर दिया गया वो ठीक नहीं हुआ। मुख्यमंत्री ने स्वयं चुनाव से पहले पुलिसकर्मियों को 4600 ग्रेड पे दिये जाने की घोषणा की थी, तो अभी तक इसका जीओ जारी क्यों नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि 7 अगस्त को पूरे 13 जनपदों से पुलिसकर्मियों के परिजन गांधी पार्क में धरना देने पहुंचेंगे। वहीं काफी देर बारिश में भीगने के बाद एसपी सिटी मौके पर पहुंचे और उन्हें अपने साथ बातचीत के लिए ले गए।