स्वदेशी जागरण मंच ने कहा, प्रवासियों के हितों के लिए सीएम ने निभाया राजधर्म
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। स्वदेशी जागरण मंच के एक प्रतिनिधि मंडल ने प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात की। मंच के पदाधिकारियों ने कहा कि मुख्यमंत्री ने उत्तराखंडियों के हितों के लिये बेहद ईमानदारी से राजधर्म निभाया है। अब जो लोग वापस आए हैं, उनकी भी नैतिक जिम्मेदारी है कि सबकी सुरक्षा के लिये होम क्वारंटाइन एवं अन्य सरकारी दिशानिर्देशो का ईमानदारी से पालन करें। उन्होंने ढाई लाख से अधिक प्रवासी उत्तराखण्डी जो अन्य राज्यों मे फंसे थे उन्हें वापस लाने के लिए व्यक्तिगत वाहन, बस, रेल व विमानों से घर वापसी का महा अभियान को चरणबद्ध योजना से चलाने हेतु मुख्यमंत्री का हार्दिक आभार व्यक्त किया।
प्रान्त संघर्ष वाहिनी प्रमुख प्रवीण पुरोहित ने कहा कि जो ढ़ाई लाख से अधिक उत्तराखंडी किसी न किसी कारणवश अन्य राज्यों व अन्य जिलों में फंस गए थे वे तो स्वयं कष्ट में तो थे ही साथ ही साथ लाखों की संख्या में उनके परिवारजन व मित्रगण भी उनके लिये चिंतित, हताश व उदास थे उनको भी राहत व खुशी मिली है। प्रवीण पुरोहित ने मुख्यमंत्री को कोटद्वार के स्वदेशी कार्यकर्ताओं द्वारा निर्मित मास्क भेंट करते हुए बताया कि स्वदेशी कार्यकर्ताओं ने कोटद्वार, हरिद्वार, देहरादून, रुड़की, ऋषिकेश आदि कई स्थानों में लगभग चालीस हजार मास्क नि:शुल्क वितरित किये। भविष्य मे एक लाख से अधिक स्वदेशी मास्क बनाकर नि:शुल्क वितरित करने की योजना है। इन मास्क को बनाने में महिलाओं का विशेष योगदान है। स्वदेशी जागरण मंच के प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री से राज्य में स्वदेशी को बढ़ावा देने का आग्रह किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना जैसी महामारी के संकट की इस घड़ी में अपने स्तर से धैर्य एवं संयम के साथ हम सबको मिलकर प्रयास करना है। सरकार उत्तराखंडियों की सुरक्षा के लिए प्राथमिकता के आधार पर हर सम्भव प्रयास करते हुए बाहर फंसे उत्तराखंडियों को सकुशल घर पहुंचाने के लिये प्रतिबद्ध है। रोजगार की दृष्टि से भी तालमेल बिठाने के लिये एक एप बनाया गया है। जिससे करोना के कारण बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों के श्रमिक जो यहां के छोटे-बड़े उद्योगों की नौकरी छोड़कर अपने-अपने राज्यों में चले गए हैं के स्थानों पर अब उत्तराखंड के श्रमिको को रोजगार दिलाने में मदद करेगा। प्रतिनिधि मंडल में प्रान्त सयोजक सुरेन्द्र सिंह, प्रान्त संघर्षवाहिनी प्रमुख प्रवीण पुरोहित, मेहरबान सिंह रावत, आधार वर्मा, कृष्णा सिंह नेगी, नरेंद्र सिंह रावत उपस्थित थे।